Last Updated: Tuesday, July 17, 2012, 21:21
नई दिल्ली/दुबई : दुबई में एक अमेरिकी नौसेना पोत से हुई गोलीबारी में एक भारतीय मछुआरे के मारे जाने पर अमेरिका ने आज खेद जताते हुए भारत को पूरी जांच का आश्वासन दिया है। भारत ने इस मौत को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है।
भारत ने ध्यान दिलाया है कि संयुक्त अरब अमीरात ने इस घटना पर मामला दर्ज कर लिया है और यह वहां के कानून के अनुरूप आगे बढ़ रहा है।
दुबई में जबेल अली बंदरगाह के समीप मछली पकड़ने वाली नौका पर अमेरिकी नौसेना पोत द्वारा गोलीबारी की घटना की औपचारिक पुष्टि के कुछ ही देर बाद भारत में अमेरिका की राजदूत नैंसी पावेल ने विदेश सचिव रंजन मथाई से बातचीत कर मौत के लिए खेद जताया और आश्वासन दिया कि अमेरिकी सरकार पूरी जांच करेगी। मछुआरे के मारे जाने को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए विदेश मंत्री एस एम कृष्णा ने दुबई में भारतीय दूत एम के लोकेश से घटना को लेकर रिपोर्ट मांगी है। लोकेश इस मामले में यूएई सरकार से संपर्क बनाए हुए हैं।
कृष्णा ने कहा, मुझे राजदूत से पता चला कि इस घटना पर यूएई सरकार ने एक मामला दर्ज किया और वे उस देश के कानून के अनुरूप आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने उम्मीद जतायी कि अमेरिका आवश्यक कदम उठायेगा। यूएई के एक अधिकारी के अनुसार यह घटना कल तब हुयी जब अमेरिकी नौसेना पोत पर सवार सुरक्षादल ने मछुआरों की छोटी नौका पर गोली चला दी। एक भारतीय मछुआरे की मौत हो गयी और तीन अन्य घायल हो गये। मछली पकड़ने वाली नौका में चार भारतीय और अमीरात के दो नागरिक सवार थे। यह घटना दुबई से दक्षिण-पश्चिम में करीब 30 मील दूर जाबेल अली में हुयी। अमेरिकी नौसेना जहाजों का यह अहम ठिकाना है।
बहरहाल, यहां अमेरिकी दूतावास ने गोलीबारी को लेकर एक संक्षिप्त बयान जारी करते हुए कहा है कि नौका चेतावनी की अवहेलना कर अमेरिकी पोत की ओर तेजी से बढ रही थी। दूतावास के मुताबिक मामले की जांच की जा रही है।
बहरहाल, भारतीय राजदूत लोकेश ने अमेरिकी दावे का खंडन करते हुए कहा कि जीवित बचे लोगों के अनुसार उन्हें कोई चेतावनी नहीं दी गयी। उन्होंने कहा कि तीनों घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
नयी दिल्ली में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरूद्दीन ने कहा, कल भारतीय समयानुसार मध्यरात्रि से वाशिंगटन में हमारा दूतावास अमेरिकी सरकार से संपर्क बनाये हुए है। अबु धाबी में हमारा दूतावास स्थानीय अधिकारियों के साथ काम कर रहा है ताकि उन परिस्थितियों की पूरी जांच हो सके जिनके चलते यह दुर्भाग्यपूर्ण और त्रासदीपूर्ण घटना हुई।
प्रवक्ता ने कहा, कार्यवाहक महावाणिज्य दूत सभी आवश्यक मदद मुहैया कराने के लिए जाबेल अली में हैं। विदेश मंत्रालय ने रामनाथपुरम के पेरियापत्तिनम के सेकर के रूप में मृत मछुआरे की पहचान करते हुए उसकी मौत पर शोक व्यक्त किया।
मंत्रालय ने कहा, हम अमेरिकी और यूएई अधिकारियों के साथ निरंतर संपर्क बनाये हुए है ताकि पूरे तथ्यों का पता लगाया जा सके और इस मामले में उपुयक्त कार्रवाई की जा सके। चेन्नई में तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे जयललिता ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से हस्तक्षेप की मांग करते हुए उनसे कहा कि वह इस मामले को अमेरिका और यूएई के समक्ष उठायें।
प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में अन्नाद्रमुक प्रमुख ने कहा कि भारतीय दूतावास के अधिकारियों से कहा जाना चाहिए कि वे तीनों घायलों को सारी आवश्यक चिकित्सा एवं अन्य सहायता मुहैया करायें। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, July 17, 2012, 21:21