Last Updated: Sunday, February 17, 2013, 14:29
संगम (इलाहाबाद) : इलाहाबाद में रविवार को बारिश भले ही थम गई है, लेकिन महाकुंभ मेले में अब भी चारों तरफ अव्यवस्था का नजारा है। बीते दो दिनों में हुई बारिश के कारण मेले का कोई ऐसा इलाका नहीं बचा है, जहां पानी न भरा हो। मेला प्रशासन का दावा है कि हालात बेहतर बनाने के लिए युद्धस्तर पर काम किए जा रहे हैं।
मौनी अमावस्या पर शाही स्नान के दिन से शुरू हुई बारिश का दौर शनिवार तक जारी रहा। बारिश से महाकुंभ मेला क्षेत्र में बने शिविरों में पानी भर गया। कई शिविर गिर गए। रास्तों से चकर्ड प्लेटें गायब हो गईं और रास्तों में दलदल हो गया। सबसे अधिक बुरा हाल सेक्टर छह, सात और आठ में हुआ है। इन्हीं सेक्टरों में सबसे अधिक कल्पवासी बसे हुए हैं। बारिश के कारण एहतियात के तौर पर शनिवार को मेला क्षेत्र में बिजली की आपूर्ति बंद कर दी गई।
मौसम विभाग ने बारिश की भविष्यवाणी चार दिन पहले ही कर दी थी, लेकिन अधिकारी सिर्फ निर्देश देने तक ही सीमित रहे। पूरे मेला क्षेत्र में पानी भर गया। मेले में इंतजामों के लिए विभिन्न विभागों से अरबों रुपये मिले थे, लेकिन मेला प्रशासन की तरफ से बारिश से बचने की वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई। इसे लेकर मेला प्रशासन के अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं।
मेला प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि बारिश का पानी निकालकर मेला क्षेत्र में हालात बेहतर करने के लिए युद्धस्तर पर कार्य हो रहे हैं। कल्पवासियों के लिए 26 नए ठिकाने बनाए गए हैं। हालात बेहतर होने तक उन्हें स्थानांतरित किया गया है। दो हजार से अधिक कल्पवासी प्रशासनिक इंतजामों से नाराज होकर अपना कल्पवास बीच में ही छोड़कर वापसी का रुख कर चुके हैं।
बारिश के बाद मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं की आवक कम हो गई, लेकिन रविवार को मौसम साफ होने के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि श्रद्धालु फिर से संगम का रुख करेंगे। मेला प्रशासन को उम्मीद है कि रविवार को दो लाख से अधिक श्रद्धालु डुबकी लगाएंगे। (एजेंसी)
First Published: Sunday, February 17, 2013, 14:29