Last Updated: Friday, November 23, 2012, 13:31

ज़ी न्यूज ब्यूरो/एजेंसी
नई दिल्ली: संसद के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन शुक्रवार को भी दोनों सदनों में विपक्षी दलों ने खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के मुद्दे पर हंगामा किया, जिसके कारण सदन की कार्यवाही बाधित हुई। लोकसभा पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई तो राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 2.30 बजे तक के लिए स्थगित की गई। भारी हंगामे और विपक्षी सदस्यों के नारेबाजी की वजह से लोकसभा को सोमवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) तथा तृणमूल कांग्रेस ने शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन एफडीआई के मुद्दे पर लोकसभा व राज्यसभा में हंगामा किया।
हंगामे के कारण लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही कई बार बाधित हुई। दोनों सदनों की कार्यवाही पहले दोपहर 12 बजे तक स्थगित की गई। कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर भी हंगामा जारी रहा, जिसके कारण यह सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। विपक्षी दल एफडीआई पर मतदान कराने की मांग कर रहे हैं।
गुरुवार को संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत हुई थी और विपक्ष के हंगामे की वजह से संसद के दोनों सदन को शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया था। दूसरी तरफ लोकपाल पर सेलेक्ट कमेटी की रिपोर्ट भारी हंगामे के बीच राज्यसभा में पेश कर दी गई है। शांताराम नाइक ने यह रिपोर्ट पेश की है।
शुक्रवार को सत्र के दूसरे दिन बहु ब्रांड खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के मुद्दे पर तृणमूल कांग्रेस के भारी हंगामे के कारण संसद के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन प्रश्नकाल नहीं हो सका। शुक्रवार सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होने पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सदन का परिचय अपने मंत्रिपरिषद के नये एवं पदोन्नति प्राप्त सदस्यों से कराया।
इसके बाद अध्यक्ष मीरा कुमार ने जैसे ही प्रश्नकाल की कार्यवाही शुरू करने का निर्देश दिया तृणमूल सदस्य नारेबाजी करते हुए आसन के समीप आ गए। तृणमूल सदस्य ‘एफडीआई वापस लो’ के नारे लगा रहे थे।
इस बीच, भाजपा नीत राजग और वाम दल बहु ब्रांड खुदरा क्षेत्र में एफडीआई के मुद्दे पर सदन में चर्चा कराने की मांग करते देखे गए। वामदल के सदस्य बहुराष्ट्रीय कंपनी वालमार्ट के विरोध में नारे लगाते और एक पुस्तिका लहराते देखे गए।
First Published: Friday, November 23, 2012, 12:14