Last Updated: Saturday, November 3, 2012, 18:58
नई दिल्ली : केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) ने देश में भ्रष्टाचार से निपटने के लिए भ्रष्टाचार निरोधी एजेंसियों का एक संघ स्थापित किए जाने का समर्थन किया है।
राजधानी दिल्ली में शनिवार को 11वें अखिल भारतीय लोकायुक्त सम्मेलन के दौरान सतर्कता आयुक्त आर. श्रीकुमार ने कहा, ‘भ्रष्टाचार के बहुआयामी दैत्य के खिलाफ लड़ने के लिए हमें एक साथ आना होगा। मेरा प्रस्ताव यह होगा कि भ्रष्टाचार निरोधी एजेंसियों का एक भारतीय संघ स्थापित कर उसका एक प्रभावी हल बनाया जाए।’ उन्होंने कहा कि इससे भ्रष्टाचार से प्रभावी तरीके से निपटने और व्यवस्था में लोगों को विश्वास फिर से बहाल करने में मदद मिलेगी।
श्रीकुमार ने कहा, ‘इस तरह के संघ से सूचनाएं साझा करने में मदद मिलेगी। इसे एक तंत्र के जैसा संघ होना चाहिए। यह जिम्मेदारीपूर्वक सूचनाएं साझा करने में सहायक होगा।’ सतर्कता और जांच एजेंसियों की भूमिका पर उन्होंने कहा कि उनकी कार्यप्रणाली में कई तरह की खामियां हैं। उन्होंने कहा, ‘हम एक सुनसान रास्ते पर चल रहे हैं। शायह ही कभी हम एक साथ आते हैं। भ्रष्ट लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने में हमारा प्रदर्शन काफी निराशाजनक है और यही लोगों की उदासीनता के लिए जिम्मेदार है।’
श्रीकुमार ने कहा कि कमरों से लेकर सड़कों तक भ्रष्टाचार चर्चा के केंद्र में है। उन्होंने कहा, ‘सभी लोग भ्रष्टाचार की बात करते हैं, लेकिन इसपर कोई बात नहीं होती कि भ्रष्टाचार से निपटने में हम व्यवस्था को किस तरह मजबूत कर सकते हैं।’ उन्होंने कहा कि लोगों का विश्वास फिर से बहाल करने के लिए जरूरी सुधार लाने के प्रयासों के बारे में सोचने की जरूरत है। (एजेंसी)
First Published: Saturday, November 3, 2012, 18:58