मंडौर कांस्टेबलरी में आसाराम से कड़ी पूछताछ कर रही पुलिस

मंडौर कांस्टेबलरी में आसाराम से कड़ी पूछताछ कर रही पुलिस

मंडौर कांस्टेबलरी में आसाराम से कड़ी पूछताछ कर रही पुलिस जोधपुर : अपने आश्रम में एक 16 वर्षीय किशोरी का कथित यौन उत्पीड़न करने के आरोपों में इंदौर में गिरफ्तारी के बाद यहां लाए आसाराम से जोधुपर पुलिस ने कड़ी सुरक्षा में पूछताछ की।

आसाराम को आधी रात के बाद इंदौर में गिरफ्तार किया गया था। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त सतीश जांगिड़ की अगुवाई में राजस्थान पुलिसकर्मियों की एक टीम 72 वर्षीय आसाराम को एयर इंडिया की उड़ान से लेकर दिल्ली होते हुए करीब साढ़े 12 बजे यहां पहुंची।

हवाई अड्डे से बाहर निकलने के बाद आसाराम पुलिसकर्मियों की निगरानी में सात लग्जरी वाहनों में से एक में सवार हुए और उन्हें मंडौर में राजस्थान आर्म्ड कांस्टेबलरी बटालियन कैम्पस में ले जाया गया जहां उनसे पूछताछ की जा रही है। सूत्रों ने यह जानकारी दी।

हवाईअड्डे पर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए थे जहां आसाराम को प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर, आसाराम के आश्रम के भीतर और बाहर तथा महिला थाने पर काले झंडे दिखाए। महिला थाने में उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

आसाराम को ले जाने वाले वाहनों के काफिले के पीछे सात बसों में सशस्त्र पुलिसकर्मी भी सवार थे। डीसीपी अजय पाल लाम्बा ने संवाददाताओं को बताया कि आसाराम को संभवत: घटनास्थल की तसदीक करने के लिए ले जाया गया था।

आसाराम को जोधपुर पुलिस ने आधी रात के बाद इंदौर स्थिति उनके आश्रम से गिरफ्तार किया था और भारी संख्या में पुलिस बल की निगरानी में उन्हें हवाई अड्डा ले जाया गया था जहां उन्होंने वीआईपी लाउंज में सोफे पर रात बितायी।

आसाराम को लेकर एयर इंडिया का विमान सुबह करीब सात बजकर 50 मिनट पर नई दिल्ली के लिए रवाना हुआ जहां से वह जोधपुर जाने वाले विमान में सवार हुए। इससे पूर्व इंदौर मेडिकल कॉलेज के डाक्टरों की एक टीम ने आसाराम को पूछताछ और यात्रा करने के लिए स्वस्थ पाया था। सूत्रों ने यह जानकारी दी।

जोधपुर पुलिस दल ने मेडिकल रिपोर्ट के साथ आसाराम को गिरफ्तार किया था और आश्रम में करीब आठ घंटे इंतजार करने के बाद उन्हें आधी रात के पश्चात एक सफेद जीप में ले गयी थी।

इस बीच, इंदौर में आसाराम की गिरफ्तारी के बाद उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में पीड़ित लड़की के पिता ने अपना आमरण अनशन समाप्त कर दिया।

सर्किल आफिसर सिटी, राजेश्वर सिंह ने लड़की के पिता को अनशन समाप्त करने के लिए जूस दिया। पीड़ित के पिता ने आसाराम की तत्काल गिरफ्तारी की मांग करते हुए शनिवार सुबह से अनशन शुरू किया था।

आधी रात के बाद अपने अनशन को समाप्त करने पर लड़की के पिता ने कहा, ‘पहली बाधा दूर हो गयी है। हम अपनी लड़ाई लड़ेंगे।’ लड़की के पिता ने मीडिया का धन्यवाद करते हुए कहा, ‘उनके प्रयासों से गिरफ्तारी संभव हुई है।’ उनके साथ एकजुटता जाहिर करने के लिए कई अध्यापक, डाक्टर, वकील, व्यापारी तथा अन्य लोग भी उनके साथ सांकेतिक भूख हड़ताल पर बैठे थे।

अपना अनशन समाप्त करने के बाद पीड़िता के पिता को कड़ी सुरक्षा के बीच उनके घर ले जाया गया। इस बीच, विभिन्न स्थानों पर आसाराम के खिलाफ प्रदर्शन किए गए और उनके पुतले फूंके गए।

यहां हवाई अड्डा पहुंचने पर सैंकड़ों लोगों ने काले झंडे दिखाए और रत्नादा इलाके में आसाराम विरोधी पोस्टर दिखाए गए। ये लोग नारे लगा रहे थे ,‘अब खेल खत्म।’ आसाराम के मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा स्थित आश्रम में रहने वाली एक लड़की ने उसके खिलाफ यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज कराया था।

यह घटना जोधपुर में हुई थी जिसके बाद शुरुआत में उनके खिलाफ दिल्ली में मामला दर्ज किया गया जिसे बाद में जांच के लिए जोधपुर स्थानांतरित कर दिया गया।

इस मामले के राजनीतिक रूप अख्तियार करने के साथ ही कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने आज भाजपा पर हमला बोला और पार्टी नेता सुषमा स्वराज की ‘चुप्पी’ पर सवाल उठाया। उन्होंने सवाल किया कि नरेन्द्र मोदी ने उस न्यायिक आयोग की रिपोर्ट पर कार्रवाई क्यों नहीं की जिसने आसाराम के गुजरात आश्रम में दो लड़कों की रहस्यमय मौत की जांच की थी।

सिंह ने आरोप लगाया कि आसाराम ‘लंबे समय से’ भाजपा के करीबी रहे हैं। उन्होंने विपक्षी दल पर दोहरे मानदंड अपनाने का आरोप लगाया। इस पर प्रतिक्रिया जताते हुए सुषमा ने कहा कि कानून अपना काम करेगा। उन्होंने ट्विट किया, ‘ हमारे देश में एक कानून है जो सब के लिए बराबर है।’

लेकिन सिंह ने अपने आरोपों पर कायम रहते हुए कहा,‘यह भाजपा के दोहरे मापदंडों का स्पष्ट उदाहरण है कि जहां कोई और फंसा हो, वहां वे जोर जोर से चिल्लाएंगे लेकिन जहां उनमें से ही कोई एक फंसा हो, वे चुप्पी साध लेते हैं।’

उन्होंने कहा, ‘यदि मोदी चाहते हैं कि न्याय होना चाहिए, तो सबसे पहले उन्हें न्यायिक आयोग की उन्होंने न्यायिक आयोग की रिपोर्ट को सार्वजनिक क्यों नहीं किया जो सीलबंद रूप में गुजरात सरकार के पास है।’

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘ उन्होंने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की।’ उन्होंने कहा कि कई भाजपा नेता आसाराम का समर्थन कर रहे हैं और उमा भारती ‘उन्हें बचाने वालों में सबसे पहली थीं।’ (एजेंसी)

First Published: Sunday, September 1, 2013, 16:36

comments powered by Disqus