Last Updated: Tuesday, February 28, 2012, 10:26

नई दिल्ली : भारत और इटली मंगलवार को यहां दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच बातचीत के बावजूद दो मछुआरों की हत्या के मामले में दो इतालवी सैनिकों की सुनवाई पर अपने मतभेद दूर करने में विफल रहे। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की पृष्ठभूमि में बैठक के दौरान विदेश मंत्री एसएम कृष्णा और उनके इतालवी समकक्ष गुइलियो तेरजी डि सैंट ने इस मामले की चल रही जांच पर चर्चा की लेकिन उसके क्षेत्राधिकार तथा कानूनी पहलुओं पर मतभेद जारी रहा।
इस बात पर बल देते हुए कि इस घटना को लेकर भारत और इटली की भिन्न भिन्न राय है, तेरजी ने स्पष्ट कहा कि मैंने इस मुद्दे के कानूनी पहलू पर अपनी सरकार का रूख बड़ी साफगोई से रखा। मतभेद अब भी बना हुआ है और उसका हल नहीं हुआ है। उन्होंने इस मामले की सुनवाई अंतरराष्ट्रीय कानून के अंतर्गत करने की वकालत की।
दोनों मंत्रियों ने 15 फरवरी की इस घटना को लेकर स्थिति साफ करने का भी प्रयास किया।
अपने इतालवी समकक्ष के साथ बातचीत के बाद संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कृष्णा ने कहा कि हमारी बैठक इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की पृष्ठभूमि में हुई। दोनों पक्षों के अपने अपने मजबूत दृष्टिकोण थे। मंत्री तेरजी और मैं इस बात पर सहमत थे कि हमें स्थिति साफ करने की जरूरत है ताकि दोनों देशों के लोग आश्वस्त हों।
हालांकि तेरजी की यात्रा पूर्व निर्धारित थी लेकिन वार्ता में यह घटना हावी रही । वह कोच्चि भी जाएंगे जहां वह उन दो इतालवी सैनिकों से मिलेंगे जो मछुआरों की हत्या के मामले में हिरासत में हैं। तेरजी ने कहा कि हम मैत्री भाव, आपसी समझबूझ तथा सहयोग से इस मामले पर आगे बढ़ने की आशा करते हैं। मारे गए मछुआरों के परिवारों और भारत के प्रति इटली और इतालवी जनता की ओर से संवेदना प्रकट करते हुए तेरजी ने कहा कि हिंद महासागर क्षेत्र में समुद्री लूटपाट के खतरे के चलते यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी।
उन्होंने कहा कि कोच्चि में हमारे नाविक उसी कारण से पीड़ित हैं जिसकी वजह से दो भारतीयों की मौत हुई है और वह है समुद्री लूटपाट का खतरा। उन्होंने न्यायिक प्रक्रिया से इतालवी पर्यवेक्षकों को जोड़े रखने पर भारत की हामी की प्रशंसा की। कृष्णा ने कहा कि हमारा मानना है कि हमारा संबंध परिपक्व है और उसके आधार मजबूत हैं। यह हमें चुनौतियों का साथ मिलकर मुकाबला करने की क्षमता देता है।
दोनों देशों के बीच इस बात पर मतभेद हैं कि मछुआरों पर गोली चलाने वाले दो इतालवी सैनिकों पर मुकदमा कहां चलाया जाए। जहां इटली मानता है कि यह घटना गहरे समुद्र में हुई, वहीं भारत इस बात पर दृढ़ है कि यह घटना केरल तट के समीप हुई तथा उसका कानून लागू होगा। दोनों के मामले की फिलहाल केरल की एक अदालत में सुनवाई हो रही है।
तेरजी ने इटली की ओर से दोनों मछुआरों की हत्या पर अफसोस जताया। उन्होंने कहा कि भारतीय समुद्री क्षेत्र में समुद्री लूट के डर की वजह से दुर्घटनावश यह घटना हुई। उन्होंने कहा कि भारत व इटली को इस क्षेत्र में समुद्री लूट की घटनाओं से संयुक्त रूप से लड़ना चाहिए।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, February 29, 2012, 10:30