Last Updated: Tuesday, September 25, 2012, 00:55

ज़ी न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने केंद्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल को लेकर सोमवार को वरिष्ठ नेताओं के साथ कई बैठकें की। खबर है कि पार्टी नेतृत्व 2014 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के सुधारों को आगे बढ़ाने के एजेंडे को ध्यान में रखते हुए बड़ा बदलाव चाहता है।
हालांकि कुछ दिनों पहले कैबिनेट थोड़ा फेरबदल किया गया। मल्टी ब्रांड में एफडीआई, रसोई गैस और डीजल में मुल्य वृद्धि के खिलाफ तृणमूल कांग्रेस के छह मंत्रियों के इस्तीफा देने के बाद कैबिनेट में फेरबदल की नौबत आई है। सूत्रों से पता चला है कि केंद्रीय कैबिनेट में 15 नए चेहरे शामिल किए जाएंगे।
सीपी जोशी को रेलवे का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है, जो संभवतः निश्चित है कि वही रेल मंत्री होंगे। यह मुख्य मंत्रालय कांग्रेस के पास करीब 16 साल बाद आया है। आधारभूत मंत्रालय में फेरबदल होने की ज्यादा उम्मीद है जिससे अर्थव्यवस्था चलती है।
टीएमसी के छह मंत्री ने इस्तीफा दिया। उम्मीद है कि पश्चिम बंगाल के दो से तीन कांग्रेस पार्टी के नेता केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किए जाएंगे। दीपा दासमुशी, अधीर चौधरी और पश्चिम बंगाल पीसीसी के प्रमुख प्रदीप भट्टाचार्य का नाम प्रमुखता से सामने आ रहा है।
इसके अलावे जो कैबिनेट में शामिल किए जा सकते हैं उनके नाम महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण, अभिनेता चिरंजीवी, तारिक अनवर, ज्योति मिर्धा, मीनाक्षी नटराजन, के आर रहमान खान, जनार्दन द्वेदी, मनीष तिवारी, विलास मुत्तेमवार, पीएल पुनिया, सत्यव्रत चतुर्वेदी, नारायण राणे, गुरुदास कामत, शशि थरूर।
कुछ मंत्री हैं जिन्हें कैबिनेट से बाहर किया जा सकता है, एसएम कृष्णा, बेनी प्रसाद वर्मा, सुबोधकांत सहाय, श्रीप्रकाश जायसवाल, मुकुल वासनिक, और अगाथा संगमा को बाहर किया जा सकता है।
First Published: Monday, September 24, 2012, 18:00