Last Updated: Thursday, April 4, 2013, 19:04

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह अगस्त महीने के शुरू में संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा पर अकेले जाएंगे। तीन दशकों में खाड़ी देश की यात्रा पर जाने वाले वे पहले भारतीय प्रधानमंत्री होंगे।
विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने बताया कि प्रधानमंत्री की यात्रा एकल होनी चाहिए और यह पारगमन यात्रा नहीं होनी चाहिए।
इससे पहले मीडिया में आई खबरों में बताया गया था कि मनमोहन सिंह दक्षिण अफ्रीका में होने वाले ब्रिक्स सम्मेलन में जाते हुए या वहां से लौटते हुए अबू धावी की यात्रा कर सकते हैं। यह भी खबर उड़ी कि अबू धावी के साथ कुछ कठोर कूटनीतिक मसलों के कारण यात्रा टाल दी गई।
खुर्शीद ने कहा कि इस महत्वपूर्ण यात्रा की तैयारी के लिए वे पहले ही यूएई का दौरा कर चुके हैं। यूएई में 17.5 लाख से ज्यादा प्रवासी भारतीय कामगार हैं।
खुर्शीद ने कहा कि मैंने कुछ समय यूएई में गुजारे और वहां के युवराज, विदेश मंत्री और वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात भी की। इस दौरान हमने वर्तमान और प्रधानमंत्री की यात्रा की संपूर्ण योजना बनाई।
यह पूछे जाने पर कि यात्रा कब हो सकती है, के जवाब में विदेश मंत्री ने कहा कि मैं समझता हूं कि रमजान के बाद
रमजान का पाक महीना 9 जुलाई को शुरू होगा और 30 दिनों के बाद 7 अगस्त को खत्म होगा। ज्ञात हो कि 1981 में इंदिरा गांधी के बाद से अब तक किसी भारतीय प्रधानमंत्री ने यूएई की यात्रा नहीं की है।
इस दौरान हालांकि राष्ट्रपति स्तर की यात्रा हुई है। 2003 में तत्कालीन राष्ट्रपति ए.पी.जे. अब्दुल कलाम और 2010 में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल यूएई की यात्रा पर गई थीं।
यूएई के राष्ट्रपति शेख जायद बिन सुल्तान अल नाहयान 1975 में और 1992 में भारत की यात्रा पर आए थे। यूएई के उप प्रधानमंत्री और गृह मंत्री शेख सैफ बिन जायद अल नाहयान 2011 में भारत की यात्रा पर आए थे। (एजेंसी)
First Published: Thursday, April 4, 2013, 19:04