Last Updated: Friday, June 22, 2012, 19:56
भोपाल : लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने गुरुवार को यहां कहा कि तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को राष्ट्रपति पद के विपक्ष के उम्मीदवार पीए संगमा का समर्थन करना चाहिये।
मंहगाई के विरोध में भाजपा के देशव्यापी आंदोलन के तहत आयोजित जेल भरो आंदोलन के तहत गिरफ्तारी देने के बाद आज यहां संवाददाताओं से चर्चा करते हुए सुषमा स्वराज ने कहा कि राष्ट्रपति पद के लिये पूर्व राष्ट्रपति ए. पी. जे. अब्दुल कलाम, ममता बनर्जी के उम्मीदवार थे, लेकिन अब जब कलाम ने चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया है तब ममता को संगमा का समर्थन करना चाहिये क्योंकि उत्तर पूर्व से वे एक मजबूत उम्मीदवार हैं।
सुषमा स्वराज ने बताया कि इस संबंध में संगमा भी शीघ्र ही ममता बनर्जी से मुलाकात करेंगे। केन्द्रीय वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के तौर पर योग्यता के बारे में पूछे जाने पर सुषमा स्वराज ने कहा कि वह कांग्रेस के उम्मीदवार हैं।
लोकसभा में विपक्ष की नेता ने कहा कि यदि कांग्रेस प्रणब मुखर्जी को आम सहमति का उम्मीदवार बनाना चाहती थी, तो उसे उसी प्रकार विपक्ष को विश्वास में लेना चाहिये था जिस प्रकार पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी ने वर्ष 2002 में कलाम के प्रकरण में विश्वास में लिया था। उन्होंने कहा कि आम सहमति की पहली शर्त पहले विश्वास में लेने की है। जारीएक प्रश्न के उत्तर में सुषमा ने इस बात से इनकार किया कि राष्ट्रपति चुनाव को लेकर राजग में किसी प्रकार की दरार आएगी। उन्होंने कहा कि राजग एक परिपक्व गठबंधन है और राष्ट्रपति चुनाव को लेकर इसमें किसी प्रकार की दरार आने की संभावना नहीं है। उन्होंने कहा कि पूर्व में भी शिवसेना ने मराठी मानुस के नाम पर कांग्रेस की उम्मीदवार प्रतिभा पाटिल का समर्थन किया था लेकिन अब भी वह राजग का हिस्सा हैं।
बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार द्वारा धर्म निरपेक्ष प्रधानमंत्री की मांग के संबंध में पूछे जाने पर सुषमा स्वराज ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण और अप्रासंगिक करार दिया। मुंबई में मंत्रालय में लगी आग के आदर्श सोसायटी घोटाले के संबंध में पूछे जाने पर सुषमा स्वराज ने कहा कि अभी चीजे निकलकर सामने आने दीजिए और यदि यह वास्तव में कोई षडयंत्र है तो निश्चित रुप से चिंता का विषय होगा।
पेट्रोल के दामों में वृद्धि के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने केन्द्र सरकार के इस बयान को पूरी तरह गलत बताया कि पेट्रोल के अंतर्राष्टीय दामों में वृद्धि के कारण पेट्रोल के दामों में वृद्धि हो रही है। यह पूछे जाने पर कि राज्य सरकार जनता को राहत देने के लिये कर की दरों में कटौती क्यों नहीं कर रही है, सुषमा स्वराज ने कहा कि यह संभव नहीं है कि केन्द्र सरकार तो इनके दामों में वृद्धि करती रहे और राज्य सरकार से वह कर में कमी की अपेक्षा करे। उन्होंने कहा कि यह बेहतर होगा कि जनता को राहत देने के लिये केन्द्र एवं राज्य दोनो ही करों में कमी करें। (एजेंसी)
First Published: Friday, June 22, 2012, 19:56