Last Updated: Tuesday, March 19, 2013, 15:53

नई दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मंगलवार को कहा कि इटली को दो भारतीय मछुआरों की हत्या के आरोपी अपने दो नौ सैनिकों को लेकर सर्वोच्च न्यायालय से किया गया वादा पूरा करना चाहिए। सूत्रों के अनुसार, सोनिया ने यह बात यहां कांग्रेस संसदीय दल की बैठक में पार्टी के सांसदों से कही।
सर्वोच्च न्यायालय ने 14 मार्च को कहा था कि इटली के राजदूत उसकी अनुमति के बगैर देश छोड़कर नहीं जा सकते। न्यायालय ने सोमवार को जारी एक अन्य आदेश में प्रशासन से यह सुनिश्चित करने को कहा कि इटली के राजदूत डेनियल मेंसिनी देश छोड़कर न जा पाएं।
न्यायालय का यह आदेश इटली द्वारा अपने नौ सैनिकों को भारत भेजने से इंकार किए जाने के बाद आया, जिनके खिलाफ यहां दो भारतीय मछुआरों की हत्या के सिलसिले में मुकदमा चल रहा है। न्यायालय ने आरोपी नौ सैनिकों को अपने देश के आम चुनाव में भाग लेने के लिए जाने की अनुमति दी थी। तब भारत में इटली के राजदूत मेंसिनी ने न्यायालय को भरोसा दिलाया था कि आरोपी नौ सैनिक चुनाव में भाग लेने के बाद यहां लौट आएंगे। लेकिन बीते सप्ताह इटली ने इससे इंकार कर दिया।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि श्रीलंका में अत्याचार की खबरों को बिना जांच के नहीं छोड़ा जा सकता है और इसलिए हम श्रीलंका में मानवाधिकार उल्लंघनों की स्वतंत्र एवं विश्वसनीय जांच की मांग करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय मछुआरों की दुर्दशा भी गंभीर चिंता का विषय है जिन्हें श्रीलंका की नौसेना द्वारा पकड़ा जा रहा है या उनपर फायरिंग की जा रही है। भारतीय मछुआरों के खिलाफ रोजाना होने वाली हिंसा का स्थायी समाधान होना जरूरी है।
महिलाओं से संबंधित मुद्दों की चर्चा करते हुए सोनिया ने दिल्ली में पिछले साल हुई सामूहिक बलात्कार की घटना का उल्लेख किया और कहा कि बलात्कार विरोधी विधेयक पर आमसहमति बनने के बाद हमें हर प्रयास करना होगा कि इस संशोधन विधेयक को बजट सत्र के पहले चरण के समाप्त होने से (22 मार्च) पूर्व संसद के दोनों सदनों की मंजूरी मिल जाए।
उन्होंने पार्टीजनों से इस साल होने वाले विधानसभा चुनावों और अगले साल लोकसभा चुनावों का पूरे विश्वास, उत्साह और पेशेवर तरीके से सामना करने को कहा। उन्होंने पार्टीजनों से यह भी कहा कि वे मुख्य विपक्षी दल भाजपा के ‘जानबूझकर लगाए जाने वाले झूठे आरोपों’ और ‘अपमानजनक भाषा’ का डटकर जवाब दें।
सोनिया गांधी ने कहा कि भाजपा द्वारा हमारी पार्टी और नेताओं के खिलाफ असंयमित और अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल सभ्य विचार विमर्श और बहस की सीमाओं को पार कर गया है। क्या हम इसके आगे झुक जाएंगे? निश्चित रूप से नहीं। हम अपनी गरिमा बनाए रखेंगे और अपनी लड़ाई को जनता के बीच ले जाएंगे। भ्रष्टाचार के खिलाफ कांग्रेस के संघर्ष के ईमानदारीपूर्वक जारी रहने की प्रतिबद्धता जाहिर करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि हम लोकपाल विधेयक को जल्द पारित कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, March 19, 2013, 12:53