Last Updated: Saturday, December 15, 2012, 20:55

प्रांतीज (गुजरात) : गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री कार्यालय और कांग्रेस ने सरक्रीक मुद्दे पर देश को अंधेरे में रखा तथा बाबरी मस्जिद के बारे में पाकिस्तान के गृहमंत्री रहमान मलिक की टिप्पणी पर संप्रग सरकार में इतनी कुव्वत नहीं थी कि वह पाकिस्तानी शिष्टमंडल को माफी मांगने को कहती।
गौरतलब है कि पाकिस्तान के गृहमंत्री ने कल कहा था कि वह मुंबई हमले को 1992 के बाबरी मस्जिद विध्वंस के समान मानते हैं। मोदी ने कहा, ‘‘सर क्रीक पर न तो प्रधानमंत्री ने मेरे सवालों का जवाब दिया ना ही कांग्रेस पार्टी ने..आपने इस मुद्दे पर भारत के लोगों को अंधेरे में रखा है..।’’ मोदी ने 17 दिसंबर के अंतिम चरण के मतदान के लिए चुनाव प्रचार के आखिरी दिन विभिन्न स्थानों पर चुनाव रैलियों को संबोधित करते हुए यह बात कही।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री कार्यालय ने बुधवार को मोदी के बयान को ‘असत्य’ करार देते हुए खारिज कर दिया था। गौरतलब है कि मोदी ने आरोप लगाया था कि भारत सरकार पाकिस्तान को सर क्रीक सौंपने की योजना बना रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि मुंबई हमलों को बाबरी विध्वंस के समतुल्य रखने वाली मलिक की टिप्पणी के खिलाफ खड़े होने की संप्रग सरकार के पास हिम्मत नहीं है।
मोदी ने प्रांतीज में एक चुनाव रैली को संबोधित करते हुए आरोप लगाया, ‘‘केंद्र सरकार इसनी कमजोर है कि मलिक भारत आते हैं और आधिकारिक रूप से यह कहते हैं कि मुंबई हमला 1992 के बाबरी मस्जिद विध्वंस के समान है। बाबरी मस्जिद विध्वंस भारत का अंदरूनी मामला है। यदि भारत सरकार में कुव्वत थी तो उसे पाकिस्तान से आए शिष्टमंडल से इन टिप्पणियों के लिए माफी मांगने को कहना चाहिए था।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यदि कांग्रेस पार्टी को लगता है कि मैंने अधिक वोट हासिल करने के लिए इस मुद्दे को उठाया है तो चुनाव टाल दीजिए। छह महीने बाद चुनाव होने दीजिए। चुनाव आते जाते रहेगा लेकिन मैं देश की सुरक्षा को लेकर कहीं अधिक चिंतित हूं।’’ (एजेंसी)
First Published: Saturday, December 15, 2012, 20:55