Last Updated: Wednesday, December 7, 2011, 13:07
नई दिल्ली : बढ़ती महंगाई पर लगाम नहीं कसने के लिए सरकार पर करारा प्रहार करते हुए विपक्ष ने बुधवार को राज्यसभा में कहा कि वह इस मामले में लोगों के धैर्य की परीक्षा लेना बंद कर दे और ठोस उपाय करे। सत्ता पक्ष ने भी महंगाई से होने वाली परेशानियों पर चिंता जताते हुए लोगों की बढ़ती आमदनी को मुद्रास्फीति का एक बड़ा कारण बताया।
भाजपा के वरिष्ठ नेता वेंकैया नायडू ने सदन में महंगाई के मुद्दे पर अल्कालिक चर्चा की शुरुआत करते हुए कहा कि सरकार इस मामले में आंकड़ों का खेल कर रही है। लेकिन आंकड़ों से आम आदमी का पेट नहीं भर सकता। उन्होंने कहा कि महंगाई लोगों को गुपचुप तरीके से मार रही है। उन्होंने इस बात पर आश्चर्य जताया कि जब संप्रग सरकार में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी, गृह मंत्री पी. चिदंबरम और योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोटेंक सिंह अहलूवालिया जैसे चार अर्थशास्त्र के विशेषज्ञ हों तो वह इस समस्या का हल करने में लगातार विफल क्यों साबित हो रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री समय समय पर अगले कुछ महीनों में महंगाई घटने के आश्वासन देने के अलावा कुछ नहीं कर रहे हैं।
नायडू ने कहा कि महंगाई रोकने के लिए सरकार ने जो राजकोषीय, मौद्रिक एवं बाजार हस्तक्षेप के उपाय किए हैं, वे पूरी तरह से विफल रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को अब लोगों के धैर्य की परीक्षा नहीं लेनी चाहिए। महंगाई के कारण लोग सरकार को सबक सिखाने और उसे सत्ता से बाहर करने को बेताब हैं। नायडू ने आरोप लगाया कि महंगाई को लेकर ‘लोग रो रहे हैं और सरकार सो रही है।’ उन्होंने कहा कि इस समस्या को काबू करने के लिए सरकार के पास दूरदर्शिता, योजनाओं एवं नेतृत्व का पूरी तरह अभाव है।
माकपा नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि संसद में लगातार तीन सत्र से महंगाई पर चर्चा हो रही है। इसके बावजूद महंगाई कम होने का नाम नहीं ले रही। इसका मतलब है कि सरकार इस समस्या से निपटने के लिए ठोस उपाय नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि वाम दल इसीलिए चाहते हैं कि महंगाई पर चर्चा मतदान वाले प्रावधान के नियम के तहत हो ताकि सरकार पर दबाव बन सके।
महंगाई की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि आज खाद्य मुद्रास्फीति बढ़कर 12 प्रतिशत हो गयी है जो बीच में 26 प्रतिशत तक चली गई थी। येचुरी ने कहा कि महंगाई बढ़ने के बारे में प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री पिछले कई दिनों से यह तर्क दे रहे हैं कि इसके पीछे लोगों की आमदनी बढ़ना एक प्रमुख कारण है। उनके इस तर्क को सिरे से खारिज करते हुए माकपा नेता ने कहा कि यदि सरकार द्वारा तैयार आर्थिक सर्वेक्षण की बात मानी जाए तो उसके हिसाब से भी देश में कुछ ही लोगों की आय बढ़ी है।
येचुरी ने कहा कि आय में असमानता होने के कारण ही आज देश में ‘चमकता भारत और तड़पता भारत’ दिखाई दे रहा है। उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा कि यदि संसदीय कार्य राज्य मंत्री बुरा नहीं माने तो मैं कहना चाहूंगा कि आज देश में आईपीएल इंडिया और बीपीएल इंडिया है। उन्होंने कहा कि दोनों के बीच का अंतर कम होने के बजाय लगातार बढ़ रहा है।
महंगाई के मुद्दे पर राजनीतिक करने से परहेज करने की विपक्षी दलों को नसीहत देते हुए कांग्रेस की प्रभा ठाकुर ने कहा कि महंगाई सभी के लिए चिंता का विषय है। इसे रोकने की जिम्मेदारी सभी की है लेकिन सबसे ज्यादा जिम्मेदारी सरकार की है। प्रभा ने कहा कि अर्थशास्त्र का सामान्य नियम है कि लोगों की आय बढ़ने से मुद्रास्फीति बढ़ती है। खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश का चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि विपक्ष ने हमेशा देश को सशक्त बनाने के प्रयासों का विरोध किया है। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री ने विभिन्न वगो’ की भावनाओं को देखते हुए एफडीआई फैसले को स्थगित करने का निर्णय किया है।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, December 7, 2011, 20:10