Last Updated: Tuesday, August 21, 2012, 00:33

बाराबंकी : विपक्षी दलों की तीखी आलोचना के बावजूद केंद्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा ने आज यहां फिर दोहराया कि वे कृषि उत्पादों की कीमत बढने से खुश हैं, क्योंकि इससे किसानों को फायदा होता है। वर्मा ने आज यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा, हमने कहा था कि जब किसानों के उत्पाद के दाम बढते हैं तो हमें खुशी होती है, जो कल कहा था आज भी कह रहा हूं। उन्होंने कहा कि यदि किसानों की आमदनी बढती है तो उन्हें खुशी होती है।
वर्मा ने मीडिया को आड़े हाथों लेते हुए कहा, आप सब्जियों की महंगाई की बात करते हैं, मगर लोहा सीमेंट कपड़े की महंगाई की बात नहीं करते हैं। पब्लिक स्कूलों में मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेजों में फीस कितनी बढ गयी है इसकी चर्चा नहीं होती है। केंद्रीय इस्पात मंत्री ने एक समारोह से इतर की गयी अपनी इस टिप्पणी को लेकर विपक्षी दलों के निशाने पर हैं कि दाल, आटा, चावल और सब्जियां महंगी हो गई है। जितनी अधिक कीमतें होंगी, उतना किसानों के लिए अच्छा होगा। मैं बढ़ती कीमतों से खुश हूं।
उन्होंने कहा था कि मीडिया बढ़ती कीमतों पर यूं ही हो-हल्ला मचाती है। उन्होंने कहा, मीडिया कहती है कि थाली महंगी हो गई है इससे फायदा किसानों का है, और सरकार किसानों के फायदे की पक्षधर है। बेनी प्रसाद के इस तर्क पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह महंगाई की मार झोल रहे आम आदमी की पीड़ा पर आंखे मूंदे हुए है।
दिल्ली में भाजपा प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा, कांग्रेस नेता महंगाई से किसी भी तरह से प्रभावित नहीं हैं। इसलिए उन्हें बढ़ती कीमतों के कारण आम लोगों की पीड़ा दिखाई नहीं देती है। यह उनकी मानसिकता को दर्शाता है।
शाहनवाज ने कहा कि आज किसान उर्वरक और बिजली की अधिक कीमत के कारण पीड़ित है, तब ऐसी स्थिति में किस प्रकार बढ़ती कीमतें उन्हें फायदा पहुंचायेंगी। उन्होंने कहा, कांग्रेस आम आदमी की बात करती है लेकिन वह उनसे काफी दूर जा चुकी है। बेनी को आड़े हाथों लेते हुए सपा नेता मोहन सिंह ने कहा कि यह मंत्री सरकार में बने रहने के योग्य नहीं हैं जिसे सरकार को समाजवादी पार्टी का पूर्ण समर्थन प्राप्त है।
सिंह ने कहा, बढ़ती कीमतों पर उनकी टिप्पणी पूर तरह से गैर जिम्मेदाराना है। इससे स्पष्ट होता है कि उन्हें जमीनी वास्तविकताओं का पता नहीं हैं। किसानों को वाजिब कीमतें नहीं मिल रही हैं. चाहे सब्जियां हो या अन्य उत्पाद। जद यू के शिवानंद तिवारी ने कहा कि महंगाई, भ्रष्टाचार, गरीबी और बेरोजगारी से प्रभावी ढंग से निपटने की बजाए, वरिष्ठ मंत्री (बेनी प्रसाद) बढ़ती कीमतों को सही ठहराने का प्रयास कर रहे हैं।
बेनी प्रसाद वर्मा के बयान के बारे में पूछे जाने पर विधि मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा कि इसे सही परिप्रेक्ष्य में देखा जाना चाहिए। सलमान ने कहा, अगर किसानों को उनके उत्पाद की अच्छी कीमतें मिलती है तब बाजार में कीमतें बढ़ेंगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार, योजना आयोग ऐसे विषयों से निपटते हैं और महंगाई को काबू में रखने का प्रयास करते हैं।
खुर्शीद ने कहा कि ब्याज दरों में कटौती समेत इस दिशा में सरकार की ओर से उठाये गए कदमों को समग्रता से देखा जाए तब इस बात को समझा जा सकेगा कि किस परिदृश्य में मंत्री ने यह बात कही। बेनी के बयान पर सरकार को आड़े हाथों लेते हुए भाजपा उपाध्यक्ष मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि क्या वह यह नहीं जानते कि बढ़ती कीमतों से अन्य लोगों के साथ किसान भी समान रूप से प्रभावित होते हैं।
नकवी ने कहा, सरकार महंगाई माफिया का संरक्षक बन गई है। बढ़ती कीमतों के कारण आम आदमी की कमर टूट गई है और सरकार इससे खुश है। जद यू अध्यक्ष शरद यादव ने कहा, इस प्रकार का बयान देकर वर्मा ने किसानों की समस्याओं के बारे में अपनी नासमझी का इजहार किया है। राजनीति में लम्बे समय तक रहने के बावजूद गंभीर विषयों पर उनकी इस प्रकार की समझा लोगों के साथ मजाक है। शरद ने कहा, बेनी हाल ही में कांग्रेस में आए है, इससे पहले वह जद यू, सपा, लोकदल जैसे दलों में रहे हैं। हालांकि ऐसा लगता है कि वह अपने संघर्षो को भूल गए हैं। भाजपा के उत्तरप्रदेश इकाई के अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कहा कि कांग्रेस को बयान जारी कर इसे खारिज करना चाहिए।
इस विषय पर कांग्रेस से रूख स्पष्ट करने की मांग करते हुए उन्होंने कहा, यह कितना दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक केंद्रीय मंत्री इस तरह का बयान दे रहा है। वह किस प्रकार से बढ़ती कीमतों के कारण आम आदमी को हो रही परेशानियों से अनभिज्ञ रह सकते हैं। सपा नेता आजम खान ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को वर्मा के बयान पर संज्ञान लेना चाहिए। (एजेंसी)
First Published: Monday, August 20, 2012, 12:46