महात्मा गांधी, सुब्बुलक्ष्मी की रिकार्डिंग अब ऑन लाइन

महात्मा गांधी, सुब्बुलक्ष्मी की रिकार्डिंग अब ऑन लाइन

महात्मा गांधी, सुब्बुलक्ष्मी की रिकार्डिंग अब ऑन लाइननई दिल्ली : महात्मा गांधी की 1931 की इंग्लैंड यात्रा के दौरान ग्रामोफोन पर रिकार्ड किए गए उनके भाषण तथा खनकती हुई आवाज वाली शास्त्रीय संगीत गायिका एम एस सुब्बुलक्ष्मी के नौ साल की आयु में रिकार्ड करवाये गये गाने सहित तमाम भारतीय दिग्गजों की दुर्लभ रिकार्डिंग को अब इंटरनेट के जरिये सुना जा सकेगा।

यह पहल आर्काइव आफ इंडियन म्यूजिक ने की है तथा इसका औपचारिक शुभारंभ 30 जुलाई को किया जायेगा। इसके तहत भाषणों, गीतों, नाटकों आदि के प्राचीन ग्रामफोन रिकार्ड का आनलाइन संग्रह किया गया है। इसमें 1902 तक की रिकार्डिंग मौजूद हैं।

एआईएम के संस्थापक विक्रम संपत ने बताया, ‘यह एक गैर लाभप्रद न्यास की निजी पहल है। इसमें हमने पुरानी गजलों, नेताओं के भाषण, थिएटर रिकार्डिंग, लोकसंगीत जैसी पुराने एवं दुर्लभ रिकार्ड को एकत्र तथा इसका डिजटलीकरण किया ताकि आम आदमी की इन तक निशुल्क पहुंच हो सके।’

बेंगलूर के रहने वाले संपत एक इंजीनियर, इतिहासकार, लेखक एवं संगीतकार है। उन्होंने अभी तक 12 हजार ग्रामाफोन रिकार्डिंग से 1000 क्लिपों का डिजटलीकरण किया है। उनकी साइट पर कुल 200 लोगों के क्लिप हैं। यह प्रायोगिक परियोजना इस वर्ष मई में शुरू की गयी थी।

संपत ने कहा कि हमारा अगले पांच वर्ष में इसे बढ़ाकर एक लाख करने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य है।

इसमें वंदे मातरम की पहली रिकार्डिंग, रवीन्द्रनाथ टैगोर के कविता पाठ, मोहम्मद रफी के फिल्मी गीतों आदि की डिजटलीकरण वाली क्लिपें मौजूद हैं।

संपत ने कहा कि उन्होंने चोर बाजार, कबाड़ बाजार और रेडीवालों से खरीदकर पुराने रिकार्ड जमा किये हैं।

First Published: Monday, July 29, 2013, 19:00

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