Last Updated: Tuesday, May 14, 2013, 21:41

नई दिल्ली : महिलाओं के खिलाफ हिंसा को लेकर चिंता जताते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मंगलवार को महिलाओं के लिए सुरक्षित माहौल तैयार करने के वास्ते अग्रसक्रिय (प्रोऐक्टिव) समाज की आवश्यकता पर जोर दिया।
सोनिया गांधी ने यहां जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय परिसर में गर्ल्स छात्रावास की आधारशिला रखने के बाद कहा कि लड़कियों और महिलाओं को सड़कों और यहां तक कि अपने घरों में हिंसा का जो सामना करना पड़ता है उससे हम स्तब्ध हैं। नि:संदेह यह सार्वभौम नहीं है लेकिन व्यापक रूप से जरूर फैला हुआ है।
उन्होंने कहा, ‘यह मुझे तकलीफ देता है कि एक समाज के रूप में हम इसका मुकाबला करने और एक ऐसा सुरक्षित माहौल पैदा करने में असफल रहे हैं जहां लड़कियां और महिलायें र्दुव्यहवहार और यौन उत्पीड़न के भय के बिना जीवन जी सकें और फल-फूल सकें।’
संप्रग अध्यक्ष ने कहा कि सरकार, संसद और पुलिस जैसी संस्थाओं को जहां अपनी भूमिका निभानी होगी है, वहीं समग्र रूप से समाज को भी अपनी मानसिकता में बदलाव लाने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि हम सभी को और ज्यादा सक्रिय होना पड़ेगा और इसके लिए हमारे परिवार, स्कूल और विश्वविद्यालय के अलावा कोई बेहतर स्थान नहीं हो सकता।
सोनिया ने विश्वविद्यालय में एक मैदान का नाम मशहूर क्रिकेटर मंसूर अली खान पटौदी के नाम पर रखने के फैसले पर प्रसन्नता जाहिर की।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में आकर उन्हें खुशी हो रही है क्योंकि उन्हें छात्रों के बीच होने का अवसर कम ही मिलता है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, May 14, 2013, 21:41