Last Updated: Tuesday, July 3, 2012, 14:56
इरोड : एक गंभीर बीमारी से ग्रस्त बेटी को असहाय मरीजों के विशेष गृह में भर्ती कराने में नाकाम एक महिला ने अपनी 14 वर्षीय बेटी के लिए दया मृत्यु मांगी है। इस महिला ने इरोड जिला कलेक्ट्रेट में शिकायत सुनवाई के दौरान कल याचिका दायर की।
अपनी याचिका में महिला ने कहा कि वह सात साल पहले अपने पति के साथ इरोड आई थी। उसका पति पेशे से बढ़ई है। प्रमस्तिष्क पक्षाघात (सेरेब्राल पाल्सी) बीमारी से पीड़ित असहाय बेटी के अलावा उसकी एक और बेटी है। महिला ने कहा कि मानसिक रूप से विकलांग पैदा हुई बेटी न चल सकती है, न बोल सकती है और ना ही वह किसी को पहचान सकती है। यह महिला पिछले 14 साल से उसकी सेवा कर रही है।
महिला ने कहा कि इस बेटी को विशेष स्कूल और विशेष गृह में भर्ती कराने के कई प्रयास किये गये लेकिन सब बेकार गये। इसी वजह से महिला ने अपनी बेटी की जिंदगी समाप्त करने की अपील की। जिला कलेक्टर वीके शनमुगम ने महिला को आश्वासन दिया कि लड़की को असहाय लोगों के विशेष गृह में भर्ती कराने के लिए कदम उठाए जाएंगे। चिकित्सा अधिकारियों ने कहा कि यह लड़की जन्मजात प्रमस्तिष्क पक्षाघात बीमारी से पीड़ित है और इस तरह के मरीजों का इलाज बहुत मुश्किल होता है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, July 3, 2012, 14:56