Last Updated: Friday, April 26, 2013, 21:01

नई दिल्ली: विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री एस. जयपाल रेड्डी ने शुक्रवार को यहां कहा कि इस साल 98 फीसदी बारिश के साथ मानसून के सामान्य रहने की उम्मीद है। रेड्डी ने कहा, "मानसून का सम्बंध फसलों की उपज से है। इसका अर्थव्यवस्था पर भी महत्वपूर्ण असर होता है। अच्छी खबर यह है कि इस साल दक्षिण-पश्चिमी मानसून अच्छी रहने की उम्मीद है।"
मंत्री भारतीय मौसम विभाग की रिपोर्ट जारी कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस वर्ष मानसून लम्बी अवधि (1951-2000) के औसत का 98 फीसदी रह सकता है।
मौसम विभाग के मुताबिक मानसून के काफी कम रहने (90 फीसदी) या काफी अधिक रहने (110 फीसदी) की सम्भावना नहीं है।
सामान्य बारिश की सम्भाव्यता 46 फीसदी है, जबकि सामान्य से कम बारिश की सम्भाव्यता 27 फीसदी है।
मृदा विज्ञान मंत्रालय के सचिव शैलेश नायक ने कहा, "अनुमानों के सभी मॉडल बताते हैं कि मानसून सामान्य रह सकता है। साधारण तौर पर महाराष्ट्र, गुजरात और कर्नाटक के सूखा ग्रस्त क्षेत्रों में सामान्य बारिश होने की उम्मीद है।"
मौसम विभाग के मुताबिक सामान्य बारिश को प्रभावित करने वाले कारक अब तक सामान्य दिख रहे हैं और कुछ भी ठोस तरीके से मध्य जून तक ही कहा जा सकता है।
मानसून के आगमन के बारे में नायक ने कहा कि इस बारे में मौसम विभाग की घोषणा 15 मई तक ही हो पाएगी। सामान्यत: यह एक जून को केरल में पहुंच जाती है। आईएमडी दूसरे चरण का अनुमान जून में देगा। (एजेंसी)
First Published: Friday, April 26, 2013, 17:45