Last Updated: Wednesday, September 28, 2011, 14:29
नई दिल्ली : केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में कहा कि उसे द्रमुक सांसद दयानिधि मारन के खिलाफ टूजी स्पेक्ट्रम घोटाले में सबूत मिले हैं और एक-दो दिनों में पूर्व केंद्रीय मंत्री के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी. मारन के खिलाफ कई आरोप हैं. उनमें से एक एयरसेल को लाभ पहुंचाने का भी आरोप है.
जांच एजेंसी ने कहा कि एस्सार समूह के खिलाफ अभी जांच जारी है और उसे पूरा होने में दो सप्ताह का समय लगेगा. सीबीआई ने जांच की प्रगति पर ताजा स्थिति रिपोर्ट सीलबंद कवर में में दी है. सीबीआई ने कहा कि मारन के खिलाफ टूजी मामले में शुरुआती जांच पूरी हो गई है और मारीशस को अनुरोध पत्र (एलआर) भेज दिया गया है. सीबीआई के वकील वरिष्ठ अधिवक्ता के के वेणुगोपाल ने न्यायमूर्ति जी एस सिंघवी और ए के गांगुली की पीठ के समक्ष कहा कि मारन के संबंध में शुरुआती जांच पूरी हो गई है और सभी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी. एफआईआर माह के अंत में दर्ज कराई जा सकती है. वेणुगोपाल ने कहा कि इस मामले में तीसरा आरोपपत्र दायर करने में विलंब हो रहा है, क्योंकि मारन और एस्सार समूह के खिलाफ मुखौटा कंपनी के गठन की जांच अभी जारी है.
एस्सार पर आरोप है कि उसने अवैध तरीके से टूजी लाइसेंस पाने के लिए लूप टेलीकॉम का गठन किया था. एस्सार समूह ने इस मामले में किसी तरह की गड़बड़ी से इनकार करते हुए कहा है कि लूप टेलीकॉम उसकी मुखौटा कंपनी नहीं थी और उसे इस मामले में कंपनी मामलों के मंत्रालय से भी क्लीन चिट मिल चुकी है.
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, September 28, 2011, 20:05