Last Updated: Monday, October 24, 2011, 14:12
नई दिल्ली : सीबीआई पूर्व दूरसंचार मंत्री दयानिधि मारन के आवास पर 300 उच्च क्षमता वाली आईएसडीएन दूरसंचार तारों के आबंटन पर भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) से मिले महत्वपूर्ण दस्तावेजों की जांच कर रही है, जिनका इस्तेमाल कथित तौर पर उनके भाई के स्वामित्व वाले निजी चैनल सन टेलीविजन ने किया था। सूत्रों ने कहा कि इस जांच में दो माह का और समय लगेगा जिसके बाद सीबीआई इस संबंध में एक नियमित मामला दर्ज करेगी।
एजेंसी ने इस मामले में प्राथमिक जांच दायर करने के बाद सरकारी दूरसंचार कंपनी से इन दस्तावेजों की मांग की थी। एजेंसी के सूत्रों ने कहा कि वे इस बात की जांच कर रहे हैं कि भारी भरकम आंकड़ों को ले जाने में सक्षम आईएसडीएन तारों की इतनी बड़ी संख्या का आवंटन किस प्रकार पूर्व दूरसंचार मंत्री के चेन्नई स्थित आवास के लिए किया गया और इसे उनके भाई कलानिधि मारन के स्वामित्व वाले सन टीवी के चैनल के कार्यालय से कैसे जोड़ा गया।
सीबीआई इन तारों के कारण आपरेटर को हुए नुकसान का आकलन करने की भी कोशिश कर रहे है। एजेंसी ने इन आईएसडीएन तारों को बिछाने के लिए मंजूरी से संबंधित दस्तावेज भी मांगे थे, जो भारी मात्रा में आंकड़ों को ले जा सकती हैं।
सीबीआई ने दूरसंचार विभाग से उस कथित सेट-अप के तकनीकी विवरण भी मांगे हैं, जिनसे सन टीवी कार्यालय और पूर्व दूरसंचार मंत्री दयानिधि मारन के आवास को जोड़ा गया था।
(एजेंसी)
First Published: Monday, October 24, 2011, 19:42