Last Updated: Monday, October 31, 2011, 12:37

नई दिल्ली : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) मालेगांव विस्फोट में कथित भूमिका के लिए गिरफ्तार किए गए नौ युवकों की जमानत याचिका का विरोध नहीं करेगी।
केन्द्रीय गृह मंत्री पी चिदंबरम ने संवाददाताओं को बताया, जहां तक एनआईए का ताल्लुक है, वह जमानत का विरोध नहीं करेगी। लेकिन इस बारे में तय तो अदालत करेगी। यह पूछने पर कि क्या वे नौ युवक निर्दोष हैं, चिदंबरम ने कहा कि जब तक इस मामले में आरोपपत्र को संशोधित न किया जाए, किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचा जा सकता है। कुछ अन्य बातों को लेकर भी जांच चल रही है।
सूत्रों ने बताया कि जांच के दौरान एनआईए ने महसूस किया कि इन युवकों को गलत फंसाया गया है और विस्फोट के पीछे कथित तौर पर दक्षिणपंथी समूहों का हाथ है। मकोका अदालत के समक्ष इन युवकों की जमानत याचिका दायर की गई है।
(एजेंसी)
First Published: Monday, October 31, 2011, 22:10