Last Updated: Monday, July 2, 2012, 19:41

जी न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली : मिस्ड कॉल के जरिए सिम कार्ड्स की क्लोनिंग बनाने की एक नई तरकीब आज कल जोरों पर है। कथित रूप से +92, #90 अथवा #09 से शुरू होने वाले नम्बरों से आने वाले मिस्ड कॉल्स काफी खतरनाक साबित हो सकते हैं।
इन नम्बरों पर आप यदि कॉल बैक करते हैं तो आपके सिम की क्लोनिंग तैयार होने का खतरा है।
रिपोर्टों के मुताबिक दूरसंचार के इस नए अभिशाप का शिकार एक लाख से अधिक उपभोक्ता हो चुके हैं।
सिम कार्ड्स की क्लोनिंग तैयार करना काफी आसान है। एक उपभोक्ता के पास +92, #90 अथवा #09 से शुरू होने वाले नम्बरों से मिस्ड कॉल्स आ सकते हैं और उपभोक्ता जब इस नम्बर पर कॉल बैक करता है तो उसका अथवा उसकी मोबाइल सिम की क्लोनिंग तैयार हो जाती है।
मिस्ड कॉल्स समाप्त होने से पहले यदि उपभोक्ता कॉल उठा लेता है तो क्लोनिंग करने वाला अपने को कॉल सेंटर के कर्मचारी के रूप में पेश करता है और अपने कॉल करने के पीछे कारण देता है कि वह मोबाइल सेवा का सत्यापन कर रहा था। इसके बाद वह उपभोक्ता से अपने मोबाइल नंबर पर कॉल करने के लिए #09 अथवा # 90 दबाने के लिए कहता है।
यदि आपके सिम की क्लोनिंग बन जाती है तो आप गम्भीर संकट में फंस सकते हैं। क्लोनिंग तैयार करने वाला गिरोह आपके मोबाइल में दर्ज सूचनाओं का गलत इस्तेमाल कर सकता है।
इस गिरोह के सदस्य आपके सिम की क्लोन प्रति से किसी भी नम्बर पर फोन कर सकते हैं। यहां तक कि आपके सिम क्लोन का इस्तेमाल आतंकवादी गतिविधियों में भी किया जा सकता है।
सिम की क्लोनिंग बनाने वाले गिरोह से सावधान करने के लिए दूरसंचार संचालक बीएसएनएल ने कथित रूप से ब्राडबैंड का इस्तेमाल करने वाले सभी लोगों को लिए अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा अन्य उपभोक्ताओं को एसएमएस अलर्टस भी जारी किया गया है।
उपभोक्ताओं के लिए यह जरूरी है कि वे मोबाइल का इस्तेमाल करते समय अतिरिक्त सावधानी बरतें और असामान्य नम्बरों से आने वाली कॉल्स को रिसीव न करें।
साथ ही उपभोक्ताओं को अपने मोबाइल फोन में बैंक, एटीएम, डेबिट और क्रेडिट कार्ड्स से सम्बंधित जानकारियां एवं आंकड़े दर्ज नहीं करना चाहिए।
First Published: Monday, July 2, 2012, 19:41