Last Updated: Thursday, August 8, 2013, 13:48

बरेली: उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ काबीना मंत्री आजम खां ने कहा है मीडिया ने गौतमबुद्धनगर में मस्जिद की दीवार गिरवाने के आरोप में निलम्बित की गयी आईएएस अफसर दुर्गाशक्ति नागपाल को ‘दुर्गाजी’ बना दिया, वरना प्रबन्ध निदेशक स्तर से लेकर मुख्य अभियंता तक के अधिकारी मुअत्तल होते हैं लेकिन कहीं एक लाइन भी नहीं छपती।
खां ने कल रात यहां संवाददाताओं से कहा, ‘टेलीविजन पर दुर्गाशक्ति नागपाल के निलम्बन की खबर इतनी खिंची कि डोर टूट गयी और यह जूनियर अधिकारी जख्मी हो गयी। मीडिया ने दुर्गा को दुर्गाजी बना दिया है, वरना ऐसे मामलों में प्रबन्ध निदेशक से लेकर मुख्य अभियंता तक के अधिकारी निलम्बित होते हैं लेकिन कहीं एक लाइन तक नहीं छपती।’ काबीना मंत्री ने कहा कि अगर गौतमबुद्धनगर के जिलाधिकारी को निलम्बित कर दिया जाता तो विवाद खत्म हो जाता। जिलाधिकारी इस मामले में जिम्मेदार हैं और उन्होंने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को सही स्थिति के बारे में नहीं बताया।
उन्होंने देश में लोक सेवा प्रणाली समाप्त किये जाने की वकालत करते हुए कहा कि ब्रिटेन ने भारत को यह व्यवस्था दी थी लेकिन अब खुद उसने भी इसे तज दिया है। अमेरिका, जापान तथा खाड़ी देशों में भी यह व्यवस्था नहीं है।
अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ने आईएएस अधिकारियों के बगैर ही प्रदेश चलाने के सपा नेता रामगोपाल यादव के बयान से एक कदम आगे बढ़ते हुए कहा कि ऐसे अफसरों की संख्या कुछ हजार में होगी, वहीं देश तो सवा सौ करोड़ लोगों का है। क्या बाकी लोग देश नहीं चला सकेंगे। (एजेंसी)
First Published: Thursday, August 8, 2013, 13:48