Last Updated: Tuesday, July 23, 2013, 21:59

नई दिल्ली : शर्मिंदगी का सामना कर रही सीबीआई ने सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के खिलाफ आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति मामले से जुड़े आंतरिक दस्तावेजों के लीक होने की जांच कराने का मंगलवार को आदेश दिया। हालांकि सीबीआई ने मामले को बंद किए जाने की रिपोर्ट का खंडन करते हुए कहा कि इस संबंध में अभी कोई फैसला नहीं किया गया है।
विपक्षी पार्टियों द्वारा सरकार पर राजनीतिक लाभ के लिए सीबीआई का इस्तेमाल किए जाने का आरोप लगाए जाने के बीच एजेंसी के निदेशक रंजीत सिन्हा ने जोर देते हुए कहा, ‘मामले से संबंधित फाइल पर अंतिम फैसला नहीं किया गया है। फाइल अभी तक मेरे पास नहीं पहुंची है। इस संबंध में अंतिम निर्णय अभी लिया जाना है।’
उन्होंने अफसोस जताया कि निहित स्वार्थों के कारण प्रमुख जांच एजेंसी से दस्तावेज लीक किए गए जबकि अंतिम फैसला अभी किया जाना है। उन्होंने इस मामले में लिप्त सीबीआई अधिकारियों का पता लगाने के लिए जांच कराने की घोषणा की।
सीबीआई अधिकारियों ने सपा प्रमुख मुलायम और उनके पुत्र तथा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति मामले को बंद करने की रिपोर्ट दाखिल करने की संभवत: सलाह दी है।
सूत्रों ने बताया कि एजेंसी का यह मानना है कि पिता और पुत्र की संपत्ति में वृद्धि मुख्य रूप से संबंधियों से लिए उन ऋणों के कारण है जिन्हें बाद में उपहार होने का दावा किया गया। एजेंसी को उनकी संपत्ति में कोई अवर्णित वृद्धि नहीं दिखी। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, July 23, 2013, 21:59