Last Updated: Monday, April 29, 2013, 13:28
नई दिल्ली : मुंबई आतंकी हमले के अभियुक्त मोहम्मद अजमल कसाब और संसद पर हमला मामले में अभियुक्त अफजल गुरू को फांसी की सजा दिए जाने के बाद मृत्युदंड को लेकर पिछले दिनों देश भर में छिड़ी बहस के बीच सोमवार को राज्यसभा में द्रमुक के एक सदस्य ने मौत की सजा समाप्त किए जाने की मांग की।
उच्च सदन में प्रश्नकाल के बाद द्रमुक के टी शिवा ने विशेष उल्लेख के जरिए यह मांग की। सदन में हंगामे के बीच उन्होंने मौत की सजा वाले कानून को समाप्त कर देने की मांग वाला अपना विशेष उल्लेख सदन के पटल पर रखा। भाजपा सदस्यों की नारेबाजी के बीच ही भाजपा के ज्ञान प्रकाश पिलानिया और कांग्रेस के विजय जवाहरलाल दर्डा ने भी विशेष उल्लेख के जरिए लोक महत्व के विभिन्न विषय उठाए और उन्हें सदन के पटल पर रखा।
पिलानिया ने देश में सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों की बढ़ती संख्या पर गहरी चिंता जताते हुए इन पर रोक लगाने के लिए सुरक्षा के एहतियाती कदम उठाए जाने की मांग की। दर्डा ने देश में गरीब एवं सीमांत किसानों की दुर्दशा का उल्लेख करते हुए इस वर्ग के किसानों के हितों की रक्षा के लिए लोक भूमि बैंक बनाए जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि इस तरह के बैंक से किसानों के हितों की रक्षा होगी। (एजेंसी)
First Published: Monday, April 29, 2013, 13:28