Last Updated: Tuesday, November 6, 2012, 12:37

छिंदवाडा : मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में पेंच बांध परियोजना का विरोध करने पर गिरफ्तार की गईं सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर का जेल में मंगलवार को दूसरे दिन भी अनशन जारी है।
कुछ कार्यकर्ता भी उनके साथ अनशन पर हैं। नियमों की अवहेलना करते हुए बांध निर्माण का काम शुरु किए जाने के विरोध में छिंदवाडा पहुंचीं पाटकर को रविवार को नजरबंद कर दिया गया था। उसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर जिला कारागार भेज दिया गया। प्रशासन की कार्रवाई से नाराज पाटकर ने सोमवार से अन्न-जल त्याग दिया है। मंगलवार को भी उनका अनशन जारी है।
ज्ञात हो कि ग्रामीणों के विरोध के चलते चौरई विकासखंड के माचागोरा में प्रस्तावित पेंच परियोजना का काम शुरु नहीं हो पा रहा था। इतना ही नहीं सरकार को वन एवं पर्यावरण विभाग से पूर्व में मिली मंजूरी की मियाद भी खत्म हो चुकी है। इसके बावजूद भारी पुलिस बल की मौजूदगी में प्रशासन ने रविवार को कार्य शुरू कर दिया। बांध का विरोध करने वालों के खिलाफ प्रशासन ने सख्त रवैया अपनाया। पहले अनुराधा भार्गव को गिरफ्तार किया गया। उसके बाद पाटकर सहित 21 आंदोलनकारियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
प्रभावित परिवार सरकार से लगातार मुआवजे व पुर्नवास की मांग करते आ रहे हैं, मगर उनकी यह मांग पूरी नहीं हो पाई है। इस बांध के बनने से चौरई थाना क्षेत्र के लगभग 31 गांव प्रभावित हो रहे हैं। बांध निर्माण का विरोध इस कदर है कि प्रशासन को पुलिस बल की मदद लेना पड़ी है। अभी आलम यह है कि प्रभावित 31 गांव में 1,400 से ज्यादा जवानों को तैनात किया गया है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, November 6, 2012, 09:54