Last Updated: Thursday, July 18, 2013, 14:13
ज़ी मीडिया ब्यूरोनई दुनिया: लोकपाल विधेयक की मांग कर रहे वरिष्ठ समाजसेवी अन्ना हजारे ने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के तारीफ में कसीदे पढ़े हैं। उन्होंने कहा है कि वह गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को सांप्रदायिक नहीं मानते।
मध्य प्रदेश में जनतंत्र यात्रा के अंतिम दिन बुधवार को इंदौर पहुंचे समाजसेवी अन्ना हजारे ने एक कार्यक्रम में कहा कि अब तक उन्हें नरेंद्र मोदी के सांप्रदायिक होने को लेकर कोई सबूत नहीं मिला है।
कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टियों पर हमला बोलते हुए कहा कि मैं किसी भी पार्टी का पक्षधर नहीं हूं। उन्होंने कहा कि कोयला घोटाले से साफ हो गया है कि प्रधानमंत्री भी ईमानदार नहीं हैं। अन्ना ने कहा कि सीबीआई की रिपोर्ट को भी बदला गया, प्रधानमंत्री को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए।
अन्ना ने कहा कि केंद्र सरकार के 35 में से 15 मंत्री और 163 सांसद दागी हैं। राजगुरु, भगतसिंह और सुखदेव की कसम खाओ कि भ्रष्ट लोगों को वोट नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि हम राजनीति से दूर रहेंगे, लेकिन लोगों से इसके लिए अपील करेंगे कि वे चरित्रवान लोगों को संसद में चुनकर भेजें। अन्ना ने कहा कि आज लोकतंत्र की आड़ में पैसे और सत्ता की होड़ लगी हुई है।
First Published: Thursday, July 18, 2013, 14:13