Last Updated: Thursday, September 29, 2011, 13:16
नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में प्रधानमंत्री पद के दावेदारों के बीच कलह सामने आने लगी है. जानकारी के अनुसार, पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की रथयात्रा का गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने विरोध किया है. खबर के अनुसार, मोदी के विरोध के चलते ही आडवाणी की रथयात्रा यूपी-बिहार की सीमा से शुरू हो रही है. गौर हो कि पहले इस यात्रा के गुजरात से शुरू होने का कार्यक्रम था.
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी ने लालकृष्ण आडवाणी की रथयात्रा का कार्यक्रम घोषित कर दिया है. इस कार्यक्रम के मुताबिक रथयात्रा 18 राज्यों और तीन केंद्रशासित प्रदेशों से होकर गुजरेगी। इसकी शुरुआत 11 अक्टूबर को सिताब दियारा से होगी और इस दौरान पटना में एक बड़ी रैली का आयोजन भी किया जाएगा. इसमें भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली, सुषमा स्वराज के अलावा एनडीए के संयोजक शरद यादव भी शामिल होंगे, लेकिन नरेंद्र मोदी इस रैली में शामिल नहीं होंगे. लेकिन भाजपा ने साफ किया है कि बीजेपी शासित राज्यों से संबंधित मुख्यमंत्री इस यात्रा में शामिल होंगे. गडकरी ने मोदी से जुड़े सवाल न पूछने की अपील की है.
मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक नरेंद्र मोदी ने आडवाणी की रथयात्रा पर कहा है कि इस यात्रा की अभी कोई जरूरत नहीं है. गौर हो कि जयप्रकाश नारायण की जन्मस्थली उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के सिताबदियारा गांव से आडवाणी की रथयात्रा 11 अक्टूबर से शुरू हो रही है. खबरों के मुताबिक मोदी इस यात्रा से इतने नाराज हैं कि उन्होंने दिल्ली में शुक्रवार से भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में हिस्सा न लेने का फैसला किया है, जबकि राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में बीजेपी के सभी शीर्ष नेता हिस्सा ले रहे हैं. हालांकि, भाजपा ने भी इन खबरों का खंडन किया है. पार्टी के प्रवक्ता जे. नड्डा ने आडवाणी और मोदी के बीच मतभेद की खबर को सिरे से खारिज कर दिया है. मोदी बीजेपी में आडवाणी खेमे के ही नेता माने जाते हैं. सूत्रों के अनुसार, मोदी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा रथयात्रा को हरी झंडी दिखाए जाने से नाराज हैं. पहले यह यात्रा सोमनाथ मंदिर से शुरू होनी थी, जिसे मोदी को हरी झंडी दिखानी थी.
(एजेंसी)
First Published: Thursday, September 29, 2011, 18:54