Last Updated: Tuesday, March 5, 2013, 22:55

नई दिल्ली : यूरोपीय संघ द्वारा गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की दशक पुराना बहिष्कार समाप्त करने की पृष्ठभूमि में जर्मनी ने मंगलवार को मानवाधिकार मुद्दों और भाजपा नेता की छवि के बीच यह कहते हुए अंतर करने का प्रयास किया कि दोनों को आपस में नहीं जोड़ा जा सकता।
जर्मनी के राजदूत माइकल स्टेनर ने कहा, ‘इस प्रश्न का मानवाधिकार या महिलाओं के अधिकार पर हमारी स्थिति से कोई लेना देना नहीं है कि हम मोदी से बात करते हैं या नहीं। हम नहीं चाहते कि यह चर्चा जारी रहे।’
उन्होंने यह टिप्पणी आठ मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर जर्मन दूतावास की ओर से आयोजित होने वाले कार्यक्रम के बारे में जानकारी देने के लिए आयोजित कार्यक्रम में की।
स्टेनर से पूछा गया था कि क्या जर्मनी की सरकार के लिए महिला अधिकार के मुद्दों पर बोलना और उसी के साथ मोदी का समर्थन करना परस्पर विरोधी नहीं है जिनके मुख्यमंत्री कार्यकाल में वर्ष 2002 के साम्प्रदायिक दंगे के दौरान महिलाओं को दंगाइयों का कहर झेलना पड़ा था। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, March 5, 2013, 22:55