Last Updated: Wednesday, December 5, 2012, 00:06

नई दिल्ली: भाजपा ने मंगलवार को कहा कि एक गैस सौदे में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ लगाए गए आरोप तथ्यात्मक रूप से बेबुनियाद, दुर्भावना से प्रेरित और शरारतपूर्ण कार्रवाई हैं।
भाजपा ने इस बात पर भी अफसोस जाहिर किया कि इस मुद्दे पर संसद को बाधित किया गया।
भाजपा प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने यहां संवाददाताओं से कहा कि गुजरात गैस सौदे को लेकर दोनों ही सदनों में कांग्रेस के इशारे पर कार्यवाही को बार बार बाधित किया गया। गुजरात स्टेट पेट्रोलियम कोरपोरेशन पहले ही वर्ष 2010 में जियो ग्लोबल रिसोर्सिज के साथ हुए कैरिड इंटरेस्ट एग्रीमेंट के संबंध में एक सकरुलर जारी कर चुका है।
उन्होंने इस संबंध में आगे कहा कि जीएसपीसी पहले ही पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय को पांच पत्र लिखकर उत्पादन साझेदारी करार में बदलाव की अपील कर चुका है जो कि पिछले दो साल से अधिक समय से नहीं किया गया है। प्रसाद ने कहा कि इसलिए यह केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्रालय की गलती है और अभी तक उस गैस ब्लाक से कोई उत्पादन शुरू नहीं हुआ है।
मोदी और जीएसपीसी के खिलाफ लगाए गए ये आरोप पूरी तरह बेबुनियाद तथा शरारतपूर्ण हैं। इस बीच जीएसपीसी के प्रबंध निदेशक तपन राय ने गैस सौदे के संबंध में समाचार प्रकाशित करने वाली तहलका पत्रिका को एक पत्र लिख कर उसके खिलाफ लगाए गए सभी आरोपों से इनकार किया है।
गौरतलब है कि कांग्रेस सदस्यों ने संसद के दोनों सदनों में तहलका की प्रतियां लहराते हुए इस सौदे में मोदी की भूमिका की सीबीआई से जांच कराने की मांग की थी। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, December 4, 2012, 16:48