Last Updated: Thursday, April 25, 2013, 23:47

अहमदाबाद : सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित एसआईटी के वकील ने गुरुवार को कहा कि ‘मोदी ने कभी नहीं कहा कि जाइए और लोगों की हत्या कीजिए।’ एसआईटी ने जकिया जाफरी की शिकायत की जांच करने के बाद 2002 में गोधरा कांड के बाद हुए दंगों के मामले में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को क्लीन चिट दी थी।
एसआईटी की मामले को बंद करने के लिए दायर रिपोर्ट के खिलाफ दायर की गई याचिका का विरोध करते हुए एसआईटी के वकील आरएस जमुआर ने कहा कि सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ और अन्य ने मुख्यमंत्री को निशाना बनाकर झूठी शिकायत दर्ज करवाई। मुख्यमंत्री ने कभी भी जाकर लोगों की हत्या करने की बात नहीं कही।
दलील के दूसरे दिन एसआईटी के वकील ने सीतलवाड़ को निशाना बनाया। सीतलवाड़ ने दंगा पीड़ितों के मुद्दे को उठाया था और वह जकिया की मदद कर रही हैं। जकिया के पति और कांग्रेस के पूर्व सांसद एहसान जाफरी की दंगों में हत्या कर दी गई थी। मोदी और अन्य के खिलाफ मनगढ़ंत शिकायत के लिए सीतलवाड़ को एकमात्र लेखिका बताते हुए अधिवक्ता जमुआर ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा कथित तौर पर आला पुलिस अधिकारियों को दंगाइयों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने के संबंध में दिया गया निर्देश तीस्ता सीतलवाड़ का गढ़ा हुआ है। इस बात के कोई सबूत नहीं है।
जकिया ने मोदी और 58 अन्य के खिलाफ आरोप पत्र दायर किए जाने की मांग की है जिनको उन्होंने उच्चतम न्यायालय में दायर अपनी शिकायत में नामजद किया था। उन्होंने एसआईटी के अलावा किसी और स्वतंत्र एजेंसी से इसकी जांच कराने की भी मांग की थी। (एजेंसी)
First Published: Thursday, April 25, 2013, 23:47