Last Updated: Friday, August 2, 2013, 22:52

नई दिल्ली : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार महसूस करते हैं कि भाजपा नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार नहीं बना पाएगी। उन्हें तीसरे मोर्चे की सरकार की भी संभावना नजर नहीं आती है।
एक अंग्रेजी चैनल से बातचीत में जब पवार से पूछा कि क्या वह मोदी को गठबंधन सरकार में प्रधानमंत्री के रूप में उभरते हुए देखते हैं तो उन्होंने कहा, ‘मैं नहीं कह सकता। मेरा कहना है कि गठबंधन की इस राजनीति में महज कुछ सहयोगी, राजनीतिक दल भाजपा को इस बार इस नेतृत्व के साथ समर्थन करेंगे।’ तीसरे मोर्चे की संभावना के बारे में उन्होंने कहा, ‘फिलहाल, मुझे तीसरे मोर्चे की संभावना नजर नहीं आती। अंतत: यदि हम सरकार बनाते हैं तो यह या तो कांग्रेस की अगुवाई वाली सरकार होगी या कांग्रेस समर्थित सरकार होगी।’
पवार ने कहा, ‘आज अटल बिहारी वाजपेयी जैसा कोई नेतृत्व होता तो आज की तुलना में अन्य दलों का सहजता स्तर ज्यादा अच्छा होता। यही वजह है कि एक बड़े वर्ग ने वाजपेयी को नेता के रूप में स्वीकार किया और वह पांच साल तक स्थिर सरकार दे पाए। अतएव, यह इसपर निर्भर करता है। मुझे इस बार तीसरे मोर्चें की अवधारणा में कोई दम नजर नहीं आता।’
मोदी पर एक अन्य सवाल के जवाब में राकांपा प्रमुख ने कहा कि गठबंधन के लिए एक ऐसा व्यक्ति और नेतृत्व हो जो राजनीतिक दलों के बड़े हिस्से को स्वीकार हो। उन्होंने कहा, ‘लेकिन उस दृष्टिकोण से यह कहना मुश्किल है कि भाजपा को विभिन्न वर्गों से वैसा समर्थन मिल पाएगा या नहीं।’ जब उनसे पूछा गया कि क्या वह प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे, उन्होंने कहा कि वह लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने जा रहे हैं और दूसरा, उन्हें अपनी सीमाएं मालूम हैं।
अलग विदर्भ राज्य की मांग के संबंध में उन्होंने कहा कि वैसे तो वह महाराष्ट्र की एकता के पक्ष में हैं लेकिन यदि जनता का एक बड़ा वर्ग चाहता है और यदि वह व्यावहारिक राज्य बन सकता है ‘तो मैं उसके रास्ते में बाधा नहीं बनूंगा।’ (एजेंसी)
First Published: Friday, August 2, 2013, 22:52