Last Updated: Sunday, September 15, 2013, 21:52
नई दिल्ली : नरेन्द्र मोदी पर प्रधानमंत्री बनने के लिए ‘बेताब’ होने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस ने आज कहा कि यह दिवास्वप्न बना रहेगा तथा ‘बांटने वाले’ नेता को मनोनीत करने से संप्रग को तीसरी बार सत्ता में आने में मदद मिलेगी।
पार्टी नेताओं का यह भी कहना था कि भाजपा ने मोदी का नाम घोषित कर ‘राजनीतिक आत्मघात’ किया है क्योंकि इससे पहले देश के लोगों ने अटल बिहारी वाजपेयी एवं लालकृष्ण आडवाणी जैसे वरिष्ठ नेताओं को खारिज कर दिया था। मोदी की ‘मै, मुझे, मेरा’ वाली कार्यशैली की आलोचना करते हुए कांग्रेस नेताओं ने याद दिलाया कि गुजरात के मुख्यमंत्री के विपरीत कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी सभी को साथ लेकर चलते हैं तथा किसी भी वर्ग को आहत किये बिना जिम्मेदारियां सौंपते हैं।
मोदी की आकांक्षा को दिवास्वप्न बताते हुए वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री आनंद शर्मा ने कहा, ‘..इससे पता चलता है कि वह दिग्भ्रमित हैं, वह बेताब हैं।’ उन्होंने कहा, ‘मैं यह बात निश्चिंतता से कह सकता हूं कि वह हमेशा नकली लालकिले से ही बोलते रहेंगे और उन्हें असल लाल किले से संबोधित करने का मौका नहीं मिलेगा। यह भी निश्चित है कि उन्हें वास्तविक संसद को संबोधित करने का मौका नहीं मिलेगा क्योंकि भारत के लोगों का ऐसा दुर्भाग्य नहीं आएगा।’
कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा कि यदि मोदी कोई समस्या बनते हैं तो वह भाजपा के लिए समस्या बनेंगे न कि कांग्रेस के लिए। पार्टी नेता मणिशंकर अय्ययर ने कहा कि भाजपा ने ‘मोदी जैसे बांटने वाले व्यक्ति’ को पेश करने का फैसला किया है जो संप्रग-3 के गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
अय्यर ने कहा, ‘वह (मोदी) इतने बांटने वाले हैं कि उनकी पार्टी तक के लोग उनके चयन से खफा हैं। पूरे राष्ट्र में उन्होंने सांप्रदायिक एवं धर्मनिरपेक्ष ताकतों का ध्रुवीकरण कर दिया है। लेकिन यदि भाजपा राजनीतिक आत्मघात करना तय करती है तो आपत्ति करने वाले हम कौन होते हैं।’
कांग्रेस महासचिव शकील अहमद ने कहा, ‘देश के लोगों ने वाजपेयी को छह साल के बाद खारिज कर दिया था। आडवाणी को भी भाजपा का उम्मीदवार बनाया गया था लेकिन देश के लोगों ने उन्हें भी खारिज कर दिया और उन्हें घर पर बैठा दिया। मोदी के नाम पर अधिकतम विरोध स्वयं भाजपा में हुआ। देश देखेगा कि 2014 में उनका क्या होता है।’
एक अन्य कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कहा कि विभिन्न वरिष्ठ नेताओं के विरोध के बावजूद आरएसएस के निर्देश पर भाजपा ने मोदी को प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी घोषित कर दिया। (एजेंसी)
First Published: Sunday, September 15, 2013, 21:52