Last Updated: Tuesday, July 16, 2013, 09:18
तिरुवनंतपुरम : आरएसएस के अग्रणी विचारक ने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘कुत्ते का बच्चा’ संबंधी टिप्पणी की बजाय ‘हिंदू राष्ट्रवादी होने’ के उनके बयान पर चर्चा का आह्वान किया।
आरएसएस के सांस्कृतिक और बौद्धिक मंच भारतीय विचार केंद्रम के निदेशक पी परमेश्वरम ने यहां एक वक्तव्य में कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक समाचार एजेंसी को हाल में दिए गए उनके साक्षात्कार पर असली मुद्दे पर विवाद नहीं हुआ। दरअसल, असली मुद्दा उनका यह बयान है कि वह हिंदू राष्ट्रवादी हैं, जिसका व्यापक और गहरा अर्थ है।
उन्होंने कहा कि यह संदर्भ एक व्यक्ति की वैचारिक प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जिसके देश के सर्वोच्च पद पर बैठने की संभावना है और उस परिप्रेक्ष्य में उसपर व्यापक और गहरी चर्चा होनी चाहिए थी। आरएसएस विचारक ने कहा कि यह स्वामी विवेकानंद थे जिन्होंने देश में दिए गए अपने ज्यादातर भाषणों में इस शब्द का इस्तेमाल किया था।
इसी तरह, महात्मा गांधी ने भी अपनी पुस्तक ‘हिंद स्वराज’ में इस विषय पर अपनी राय जाहिर की थी। बाद में वी डी सावरकर ने एक पूरी पुस्तक लिखी थी जिसमें हिंदू राष्ट्रवाद के सिद्धांत को परिभाषित किया गया था। परमेश्वरम ने कहा कि उनमें से किसी ने भी इस सिद्धांत को संकीर्ण धार्मिक रूप में नहीं लिया था, बल्कि उसे देश की संस्कृति से जुड़े विचार के तौर पर लिया था। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, July 16, 2013, 09:18