Last Updated: Thursday, September 19, 2013, 17:47
नई दिल्ली : कांग्रेस नेता और केन्द्रीय मंत्री जयराम रमेश ने कहा कि भाजपा की ओर से नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने से साम्प्रदायिक पारा बढ़ेगा और उत्तरप्रदेश में मुजफ्फरनगर जैसे अन्य दंगे हो सकते हैं। मोदी को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का ‘मुखौटा’ बताते हुए उन्होंने कहा कि 2014 के लोकसभा चुनाव में पहली बार कांग्रेस और संघ के बीच सीधी लड़ाई होगी।
रमेश ने कहा, भाजपा आगामी लोकसभा चुनाव को प्रधानमंत्री पद के झंडाबरदारों के बीच लड़ाई बनाना चाहती है लेकिन कांग्रेस इस मैं भी रोग में नहीं फंसेगी। ऐसा कह कर उन्होंने साफ किया कि कांग्रेस की ओर से किसी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित नहीं किया जाएगा।
प्रेट्र से बातचीत में उन्होंने कहा, ‘मेरा मानना है कि मोदी की रणनीति साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण की है और हमेशा रहेगी ..जब उनके लेफ्टिनेंट अमित शाह को उत्तर प्रदेश का प्रभारी नियुक्त किया गया तो उससे खेल साफ हो गया।’ भाजपा पर मुजफ्फरनगर में साम्प्रदायिक हिंसा को हवा देने का आरोप लगाते हुए रमेश ने आशंका जताई कि मोदी के प्रोजेक्शन से हिन्दी भाषी क्षेत्र में ऐसी घटनाएं और होंगी।
उन्होंने कहा, ‘ मुजफ्फरनगर एक ट्रेलर है, पहला मील का पत्थर है, मुजफ्फरनगर एक मील का पत्थर है। ऐसे और मील के पत्थर होंगे। मुझे भय है कि साम्प्रदायिक पारे को धीरे धीरे बढ़ाया जाएगा।’ कांग्रेस नेता के अनुसार, यह ऐसी परखी हुई रणनीति है जिसमें मोदी सिद्धहस्त हैं। मुझे डर है कि जिस तरफ हम जा रहे हैं, उत्तर प्रदेश और बिहार में, जो भारतीय राजनीति के गढ़ हैं, साम्प्रदायिक तनाव और उनका भड़कना देख सकते हैं। (एजेंसी)
First Published: Thursday, September 19, 2013, 17:47