मोदी को वीजा के खिलाफ सांसदों की चिट्ठी पर बढ़ा विवाद

मोदी को वीजा के खिलाफ सांसदों की चिट्ठी पर बढ़ा विवाद

मोदी को वीजा के खिलाफ सांसदों की चिट्ठी पर बढ़ा विवाद ज़ी मीडिया ब्‍यूरो/एजेंसी

नई दिल्‍ली/वाशिंगटन : नरेंद्र मोदी को लेकर सियासी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह नरेंद्र मोदी के वीजा की वकालत करने के लिए इन दिनों अमेरिका में हैं, लेकिन इसी बीच, भारतीय संसद के 65 सदस्यों ने राष्ट्रपति बराक ओबामा को चिट्ठी लिखकर अमेरिकी प्रशासन से अपील की है कि वह मोदी को वीजा नहीं देने की मौजूदा नीति को बनाए रखे। अब सांसदों की इस चिट्ठी पर विवाद बढ़ गया है।

गौर हो कि ओबामा को पत्र लिखने वालों में राज्यसभा के 25 और लोकसभा के 40 सदस्य हैं। इनमें माकपा सांसद सीताराम येचुरी का भी नाम है, लेकिन उन्होंने ऐसे किसी पत्र पर हस्ताक्षर करने से इनकार किया है। इससे पत्र की विश्वसनीयता को लेकर संदेह पैदा हो गया है। राज्यसभा सदस्य सीताराम येचुरी का कहना है कि पत्र भेजने वालों ने किसी दस्तावेज से उनके हस्ताक्षर काट कर उसमें चस्पा कर दिया है। उन्होंने कहा कि मुझे ओबामा को पत्र लिखने की क्या जरूरत आ पड़ी है। हम देश के अंदरुनी मामलों में किसी की भी दखलंदाजी पसंद नहीं करते। ये ऐसे मसले हैं जिन्हें हम भारत में ही राजनीतिक स्तर पर निपट लेंगे। मैंने अमेरिकी राष्ट्रपति को कोई पत्र नहीं लिखा और न उस पर दस्तखत किए।

हालांकि निर्दलीय राज्यसभा सदस्य अदीब ने कहा कि येचुरी ने हस्ताक्षर किए थे। पता नहीं अब क्यों इन्कार कर रहे हैं। वहीं, भाकपा सांसद अच्युतन के हस्ताक्षर भी इस पत्र पर हैं। वीजा मामले में मोदी विरोधी सांसदों ने ओबामा को कुल तीन पत्र लिखे हैं। पहला पत्र राज्यसभा सदस्यों की ओर से पिछले वर्ष 26 नवंबर को भेजा गया था। इसके बाद 5 दिसंबर को ऐसा ही पत्र लोकसभा सांसदों ने भेजा। रविवार को इन सांसदों ने इन पत्रों की प्रतियां फिर से ह्वाइट हाउस फैक्स की। इन प्रतियों को वाशिंगटन स्थित इंडियन अमेरिकन मुस्लिम कौंसिल को भी भेजा गया है ताकि यह संगठन अपने स्तर पर ओबामा प्रशासन से संपर्क साध सके। यह काम ऐसे समय किया गया है जब अमेरिका यात्रा पर गए भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह यह कोशिश कर रहे हैं कि ओबामा प्रशासन मोदी को वीजा देने पर लगे प्रतिबंध को हटा ले।

राजनाथ सिंह के अमेरिकी सांसदों, थिंक टैंक और अमेरिकी अधिकारियों से मुलाकात के लिए वाशिंगटन पहुंचने के साथ ही इंडियन अमेरिकन मुस्लिम कौंसिल द्वारा पत्रों की प्रतियां उपलब्ध कराई गईं। इस अभियान की कमान संभालने वाले राज्यसभा के निर्दलीय सांसद मोहम्मद अदीब ने कहा कि उन्होंने मौजूदा अभियान तथा राजनाथ द्वारा मोदी के लिए वीजा देने को लेकर उठाए गए कदमों के कारण ये पत्र भेजे हैं। उन्होंने साथ ही कहा कि इन पत्रों को पहली बार सार्वजनिक किया गया है।

First Published: Wednesday, July 24, 2013, 09:59

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