Last Updated: Thursday, April 18, 2013, 20:11

नई दिल्ली : कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने गुरुवार को गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी पर राज्य में विकास के बारे में गलत दावा करने के लिए निशाना साधा और आरोप लगाया कि वह राज्य के बारे में गलत तथ्यों के प्रचार तथा अपनी छवि निखारने के लिए जनसंपर्क (पीआर) कंपनियों की सेवाएं ले रहे हैं ।
प्रचार के लिए भारी राशि खर्च करने का आरोप लगाते हुए सिंह ने कहा कि आज का विश्व मीडिया और जन संपर्क का है। नरेंद्र मोदी ने एक पी आर एजेंसी को 30 करोड़ डालर दिए हैं। उन्होंने गुजरात में विकास के संबंध में गलत दावे किए हैं और कहते हैं कि वह बेहतरीन राज्य है। सिंह ने कहा कि मोदी के दावों के विपरीत गुजरात का मानव विकास सूचकांक देश में न्यूनतम है और उस पर काफी कर्ज है। सिंह गैरसरकारी संगठन अनहद’ के एक कार्यक्रम में बोल रहे थे।
मोदी का उपहास करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि मैं उन लोगों को बधाई देता हूं जिन्होंने मोदी को फेंकू नाम दिया है। मैं चकित हूं कि वह अपने बारे में कितना दावा करते हैं। उनके दावे के विपरीत सर्वाधिक एफडीआई महाराष्ट्र ने आकर्षित किया है गुजरात ने नहीं। गुजरात के लोगों की प्रति व्यक्ति आय सर्वाधिक नहीं है और वहां कृषि में कोई निवेश नहीं हुआ।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि गुजरात पर भारी कर्ज है लेकिन मोदी दावा करते हैं कि वह भारत मां का कर्ज उतारेंगे। उन्होंने बढ़ती फासीवादी ताकतों के खिलाफ आगाह किया और कहा कि अगर ऐसी फासीवादी ताकतें सत्ता में आने में कामयाबी हो गयीं तो हम सभी नुकसान में रहेंगे। हमें एक स्वतंत्र मंच बनाना चाहिए जहां फासीवादी विरोधी सभी ताकतें एक साथ हो सकें ताकि उन्हें परास्त किया जा सके।
सांप्रदायिक हिंसा को रोकने के लिए एक तंत्र की आवश्यकता को रेखांकित करते हुए सिंह ने कहा कि सांप्रदायिक हिंसा विधेयक के मौजूदा प्रारूप में सिर्फ दंगों के बाद की स्थिति की चर्चा की गयी है। इसमें युवाओं पर पड़ने वाले प्रभावों के बारे में चर्चा नहीं की गयी है।
उन्होंने बच्चों में सौहार्द्र और धर्मनिरपेक्ष विचारों को बढ़ावा देने के लिए स्कूलों के पाठ्यक्रम में बदलाव किए जाने की भी मांग की। (एजेंसी)
First Published: Thursday, April 18, 2013, 20:11