Last Updated: Friday, September 30, 2011, 14:11
ज़ी न्यूज़ ब्यूरो/एजेंसियां नई दिल्ली : भाजपा के वरिष्ठ नेता विनय कटियार ने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए बेलाग होकर कहा कि मोदी पहले गुजरात को ठीक करें.
भाजपा में अंदरखाने जबरदस्त मतभेद की खबरों के बीच शुक्रवार को जब भाजपा की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक राजधानी दिल्ली में शुरू हुई तो पता चला कि गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी, कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बी.एस.येदियुरप्पा और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल बैठक में शामिल नहीं हुए.
हालांकि पार्टी ने नेताओं के बीच मतभेद की खबरों से इनकार करते हुए मोदी के कार्यकारिणी में न शामिल होने के फैसले का बचाव भी किया, लेकिन शाम में जब विनय कटियार बोले तो मतभेद की हकीकत उभरकर सामने आ गई. विनय कटियार ने नरेन्द्र मोदी को सलाह दी कि वह कुछ समय तक स्वयं को राज्य में ही सीमित रखें. राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक से इतर कटियार ने संवाददाताओं से कहा, ‘उनके पास अभी गुजरात में करने के लिए काफी काम और लोगों की बहुत सारी परेशानियों को हल करना है. उसके बाद पार्टी उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर लाने पर विचार करेगी.’
मनमोहन सिंह की कैबिनेट में अंतर्विरोध और टकराव का आरोप लगाने वाली भाजपा आज खुद को भी ऐसी ही स्थिति में घिरा पाया, जब पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी के आग्रह के बावजूद गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित कर्नाटक और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा और रमेश पोखरियाल निशंक राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में नहीं आये.
भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी ने हालांकि गुरुवार को कहा था कि पार्टी कोशिश कर रही है कि मोदी बैठक में शामिल हों. बताया जाता है कि वह बैठक में इसलिए शामिल नहीं हुए क्योंकि वह वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की जनचेतना यात्रा से नाखुश हैं. खबर है कि उन्होंने आडवाणी से कहा है कि यात्रा अनावश्यक और अप्रासंगिक है. मोदी के यात्रा पर सहमत नहीं होने की वजह से आडवाणी को यात्रा की शुरूआत गुजरात की बजाय बिहार से करनी पड़ रही है.
उधर भाजपा के शीर्ष नेताओं ने मोदी की अनुपस्थिति को ज्यादा तवज्जो नहीं देने की कोशिश की. पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रवि शंकर प्रसाद ने कहा, ‘यह बात सही नहीं है कि मोदी नाखुश हैं. वह नवरात्रि के दिनों में उपवास रखते हैं इसलिए राष्ट्रीय कार्यकारिणी में हिस्सा नहीं ले रहे हैं.’ मोदी अपने प्रतिद्वंद्वी संजय जोशी को पार्टी में फिर से शामिल किये जाने से भी संभवत: नाराज हैं. जोशी को हालांकि अनौपचारिक रूप से लाया गया है और उन्हें पहले की तरह महासचिव भी नहीं बनाया गया है.
आडवाणी खेमे की चिन्ता इस बात से बढ़ गयी है कि कुछ नेताओं ने यहां तक कह दिया है कि मोदी देश के इतिहास में सर्वश्रेष्ठ प्रधानमंत्री बनेंगे. बैठक शुरू होने से पहले मोदी के करीबी समझे जाने वाले भाजपा के राज्यसभा सांसद बलबीर पुंज ने कहा कि यदि मोदी को मौका मिला तो वह देश के इतिहास में अब तक के सर्वश्रेष्ठ प्रधानमंत्री साबित होंगे.
यह पूछने पर कि मोदी या आडवाणी में से बेहतर प्रधानमंत्री कौन होगा, पुंज ने कहा, ‘मुझे यह नहीं पता. मैं कोई तुलना नहीं करूंगा. देश की जनता यह तय करेगी.’ पुंज की इस टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर प्रसाद ने भी मोदी को काफी सक्षम मुख्यमंत्री बताते हुए कहा कि उनकी तारीफ भारत में ही नहीं दुनिया भर में होती है.
यह पूछने पर कि भाजपा का प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार कौन होगा, प्रसाद ने कांग्रेस महासचिव की ओर निशाना साधते हुए कहा कि हमारे पास कई नेता हैं. हम केवल एक युवराज पर निर्भर नहीं हैं. उधर, येदियुरप्पा की अनुपस्थिति की वजह कर्नाटक का उपचुनाव बताई जा रही है और कहा जा रहा है कि आज उनकी पत्नी की पुण्यतिथि है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि येदियुरप्पा खुद को राज्य के मुख्यमंत्री पद से हटाये जाने और राज्य सरकार पर पकड़ कमजोर होने से नाराज हैं.
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री निशंक भी खुद को हटाये जाने से नाराज चल रहे हैं इसलिए वह भी कार्यकारिणी की बैठक में नहीं आये. उनकी नाराजगी भाजपा को आगामी विधानसभा चुनाव में भारी पड़ सकती है. इस सबके बावजूद पार्टी ने हालांकि कहा कि कोई अंतरकलह नहीं है.
First Published: Friday, September 30, 2011, 23:39