मोदी बुरका की जगह चादर शब्द बोल सकते थे: दिग्विजय

मोदी बुरका की जगह चादर शब्द बोल सकते थे: दिग्विजय

मोदी बुरका की जगह चादर शब्द बोल सकते थे: दिग्विजय पुणे : नरेंद्र मोदी के खिलाफ एकबार फिर से हमला करते हुए कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि गुजरात के मुख्यमंत्री की राजनीति ‘घृणा और धार्मिक विभाजन’ पर आधारित है, जैसा बुरका संबंधी उनके हालिया बयान से संकेत मिलता है।

कांग्रेस नेता तीर्थनगरी पंढरपुर से लौटने के दौरान शहर आए थे। वहां वह भगवान विट्ठल की पूजा करने गए थे।

मोदी पर हर मुद्दे पर हिंदुओं और मुस्लिमों के बीच विभाजन पैदा करने का आरोप लगाते हुए सिंह ने कहा, ‘वह बुरका की जगह धर्मनिरपेक्षता का ‘चादर’ शब्द का इस्तेमाल कर सकते थे। बुरका शब्द के धार्मिक निहितार्थ हैं।’ वह रविवार को यहां मोदी द्वारा दिए गए भाषण का उल्लेख कर रहे थे। मोदी ने कांग्रेस पर सभी मोचरें पर विफलता से ध्यान बंटाने के लिए ‘धर्मनिरपेक्षता का बुरका पहन लेने’ का आरोप लगाया था।

संवाददाताओं से यहां बातचीत में सिंह ने कहा कि यहां तक कि गुजरात में अपने चुनाव प्रचार के दौरान भी मोदी ने शुरूआत में विकास के मुद्दे के बारे में बात करने के बाद धार्मिक घृणा की राजनीति का सहारा लिया था।

सिंह ने कहा कि कांग्रेस की धर्मनिरपेक्षता की परिभाषा ‘सर्वधर्म समभाव’ या सभी धर्मों के प्रति सम्मान है। सिंह ने कहा कि सभी सांप्रदायिक दंगे हिंदुओं और मुस्लिमों के बीच सांप्रदायिक विचारधारा के कारण हुए। उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस हमेशा इस तरह की विचारधारा के खिलाफ लड़ी है।’

एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस केरल में एमआईएम के साथ मिलकर चुनाव नहीं लड़ी थी। उसने धर्मनिरपेक्षता के आधार पर अपना समर्थन दिया था।

बोध गया में हुए विस्फोटों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने सिर्फ सवाल खड़ा किया था कि कैसे नीतीश कुमार सरकार को सबक सिखाने के मोदी के भाषण के तुरंत बाद यह हुआ। उन्होंने किसी पर उंगली नहीं उठाई थी। (एजेंसी)

First Published: Friday, July 19, 2013, 21:51

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