युद्ध स्मारक के मुद्दे को टाल गए रक्षा मंत्री एंटनी

युद्ध स्मारक के मुद्दे को टाल गए रक्षा मंत्री एंटनी

युद्ध स्मारक के मुद्दे को टाल गए रक्षा मंत्री एंटनी नई दिल्ली: सशस्त्र बलों की ओर से राजधानी दिल्ली में एक युद्ध स्मारक बनाये जाने की मांग के बीच रक्षा मंत्री ए के एंटनी ने आज कहा कि इस मुद्दे पर चीजें सहजता से आगे बढ़ रही हैं । हालांकि उन्होंने इस पर कोई समयसीमा देने से इंकार कर दिया ।

एंटनी ने यहां करगिल में शहीद हुये जवानों को श्रद्धाजंलि देने के लिये आयोजित एक कार्यक्रम में संवाददाताओं से कहा, ‘मैं आपसे कह सकता हूं कि चीजें अब बहुत अच्छी तरह से प्रगति कर रही हैं । चीजें बहुत सहजता से आगे बढ़ रही हैं।’

सशस्त्र बलों के जवानों और अधिकारियों के बलिदान को सलाम करते हुये रक्षामंत्री ने करगिल विजय दिवस के मौके पर कहा, ‘न केवल सशस्त्र बलों के लिए बल्कि पूरे देश के लिये यह ऐतिहासिक दिन है । आज हम देश के सम्मान की रक्षा के लिये अपने प्राणों की आहूति देने वाले जवानों और अधिकारियों को श्रद्धाजंलि दे रहे हैं ।’

युद्ध स्मारक पर कब एक अंतिम फैसला लिया जायेगा, इस पर एंटनी ने कहा, ‘किसी समय सीमा के बारे में मत पूछिये लेकिन चीजें बहुत सहज रूप से प्रगति पर हैं ।’ उल्लेखनीय है कि तीनों सेनायें विभिन्न युद्धों, संघषरे और जम्मू कश्मीर तथा पूर्वोत्तर में उग्रवादी हमलों में शहीद हुये जवानों की याद में राजधानी में एक युद्ध स्मारक बनाये जाने की मांग पर जोर दे रही हैं ।

एंटनी ने संवाददाताओं से कहा कि वह कल से दो दिवसीय यात्रा पर जम्मू कश्मीर जायेंगे और इस दौरान कई अग्रिम मोचरे पर जायेंगे । रक्षामंत्री ने कहा, ‘अग्रिम मोचरे पर जाने का मुख्य उद्देश्य अपने जवानों और अधिकारियों से मिलना तथा वहां की स्थिति का अवलोकन करना है ।’ उन्होंने कहा कि वह राज्य के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से भी मुलाकात करेंगे ।

रक्षामंत्री के साथ सेना प्रमुख और रक्षा सचिव शशिकांत शर्मा भी मौजूद रहेंगे । वह श्रीनगर में एकीकृत मुख्यालय में एक बैठक की अध्यक्षता करेंगे । राज्य में सशस्त्र बल विशेषाधिकार कानून के मुद्दे पर एंटनी ने कोई टिप्पणी करने से इंकार कर दिया । उन्होंने कहा, ‘मैं इस मुद्दे पर सार्वजनिक रूप से कुछ भी नहीं कहना चाहूंगा । ’ (एजेंसी)

First Published: Thursday, July 26, 2012, 12:45

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