Last Updated: Thursday, March 28, 2013, 16:54

ज़ी न्यूज ब्यूरो
अहमदाबाद : भारत दौरे पर आ रहा एक अमेरिकी कांग्रेसी और कारोबारी प्रतिनिधिमंडल गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेगा। यह मुलाकात इसलिए अहम है क्योंकि अमेरिका ने 2002 के गुजरात दंगों में भूमिका को लेकर मोदी को पूर्व में वीजा से इनकार कर चुका है। पर अब अमेरिकी कारोबारियों का मोदी का नरम रुख सामने आ रहा है।
यह प्रतिनिधिमंडल अपनी गुजरात यात्रा के दौरान नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेगा। मोदी के लिए यह किसी परीक्षा से कम नहीं होगा। रिपब्लिकन सदस्य आरोन शॉक इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं और अहमदाबाद जाएंगे। यह दौरा नेशनल इंडियन अमेरिकन पब्लिक पॉलिसी इंस्टीट्यूट के सहयोग से तय किया गया है। इस दौरान प्रतिनिधिमंडल भारत सरकार के अधिकारियों, सांसदों और शीर्ष बिजनेसमैन से भी मुलाकात करेगा। यह दल बेंगलुरु और नई दिल्ली की भी यात्रा करेगा।
यूएस-इंडिया बिजनेस काउंसिल (यूएसआईबीसी) के अध्यक्ष रॉन सोमर्स भारत के साथ बेहतर वाणिज्यिक संबंध बनाने के लिए इच्छुक हैं। वहीं, कुछ अन्य शीर्ष अमेरिकियों ने मोदी के तीसरी बार गुजरात की सत्ता में वापसी की सराहना की है। गौर हो कि सोमर्स ने जनवरी, 2013 में गुजरात के गांधीनगर में आयोजित किए गए वाइब्रेंट समिट के दौरान कहा था कि मोदी ने निवेश के लिए `मैग्नेट` का निर्माण किया है यानी राज्य में बड़े पैमाने पर निवेश को आकर्षित किया है। इस दौरान कई अन्य विदेशी शख्सियत ने इस वरिष्ठ भाजपा नेता की सराहना की थी।
उधर, गुजरात सरकार के प्रवक्ता का कहना है कि यह डेलीगेशन दो दिनों तक अहमदाबाद में रुकेगा और इस दौरान कई अहम मुद्दों पर बात होगी। गौर हो कि वार्टन इंडिया इकोनामिक फोरम में संबोधन के लिए नरेंद्र मोदी को दिया गया निमंत्रण वापस ले लिया गया था। इसके बाद मोदी के समर्थन में देश विदेश से समर्थन की आवाज उठी थी और वार्टन के कदम की कड़ी आलोचना की गई थी।
First Published: Thursday, March 28, 2013, 16:54