Last Updated: Monday, November 21, 2011, 14:38
नई दिल्ली : कांग्रेस ने सोमवार को उत्तर प्रदेश विधानसभा में राज्य को चार हिस्सों में बांटने का विवादास्पद प्रस्ताव पारित कराने के लिए राज्य की मायावती सरकार को आड़े हाथों लिया और इसे हास्यास्पद और लोकतंत्र की हत्या करार दिया।
कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने संवाददाताओं से कहा कि अगर कोई व्यक्ति यह समझता है कि उत्तर प्रदेश की जनता मूर्ख है और वह राजनीतिक अवसरवादिता से प्रेरित प्रस्ताव को नहीं देख सकती तो उन्हें चुनाव में जनता से जवाब मिल जाएगा। तिवारी ने हालांकि इस बात का स्पष्ट उत्तर देने से इनकार कर दिया कि पार्टी राज्य को बांटने के प्रस्ताव के पक्ष में है या नहीं।
पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता और राज्य स्क्रीनिंग समिति के प्रभारी मोहन प्रकाश ने बिना किसी चर्चा के यह प्रस्ताव पारित किए जाने को ‘लोकतंत्र की हत्या’ करार दिया और इस मुद्दे पर सपा और भाजपा को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि इस तरह के महत्वपूर्ण मुद्दे पर भाजपा, सपा और बसपा ने जो भूमिका अदा की है वह उनकी वास्तविक गंभीरता को दर्शाता है। इस तरह के महत्वपूर्ण प्रस्ताव को हल्के ढंग से पारित किया गया।
मनीष तिवारी ने इस बात पर भी आश्चर्य जताया कि देश का हृदय माने जाने वाले उत्तर प्रदेश को चार हिस्सों में बांटने के प्रस्ताव पर कोई चर्चा भी नहीं हुई। यह पूछे जाने पर कि कांग्रेस राज्य को बांटने के पक्ष में है या विपक्ष में, तिवारी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी जब भी ऐसे संवेदनशील मुद्दों पर राय बनाती है तो देश हित को सामने रखती है। ऐसे फैसले बगैर विचार विमर्श और आम राय बनाए नहीं किए जाते।
(एजेंसी)
First Published: Monday, November 21, 2011, 20:09