Last Updated: Thursday, April 19, 2012, 13:50
पुणे : सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने गुरुवार को कांग्रेस नीत संप्रग सरकार को सलाह दी कि वह अपना ‘अहं छोड़े’ और संसद के मौजूदा सत्र में जन लोकपाल विधेयक पारित कराए। उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा कि मुझे उम्मीद है कि लोकपाल विधेयक मई के अंत तक मौजूदा सत्र के खत्म होने से पहले संसद के समक्ष चर्चा के लिए आएगा। सरकार को अहं को छोड़ना चाहिए और (कठोर लोकपाल कानून बनाकर) देश और समाज के बारे में सोचना चाहिए। अन्ना हजारे एक अदालती मामले के सिलसिले में शहर में थे।
अन्ना ने कहा कि वह जनलोकपाल विधेयक और काले धन के मुद्दे पर तीन जून को दिल्ली में योगगुरु बाबा रामदेव के साथ संयुक्त रैली को संबोधित करेंगे। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) ने भूमि अनियमितता के आरोप में जिन लोगों को नामित किया है, उन्हें इन मामलों में दोषी पाए जाने पर आजीवन कारावास की सजा सुनाई जानी चाहिए।
अन्ना ने कहा कि वह राज्य में मजबूत लोकायुक्त के मुद्दे पर जनमत तैयार करने के लिए एक मई से महाराष्ट्र का दौरा शुरू करेंगे। सांसदों के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करने के लिए अपनी टीम के सदस्य अरविंद केजरीवाल की आलोचना के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि कि मैंने उनसे संयम बरतने को कहा है।
(एजेंसी)
First Published: Thursday, April 19, 2012, 19:27