Last Updated: Thursday, June 14, 2012, 18:26

नई दिल्ली : तृणमूल सुप्रीमो और पश्चिचम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार शाम को कहा कि अपनी तरफ से यूपीए नहीं छोड़ूंगी और सरकार भी नहीं गिराउंगी। राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार को लेकर सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव से आज शाम मुलाकात से पहले ममता ने साफ-साफ कहा कि सरकार गिरने की वजह नहीं बनूंगी। गौर हो कि यूपीए की शुक्रवार को राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीोदवार को लेकर अहम बैठक होने वाली है।
उधर, सपा नेता रामगोपाल यादव ने संकेत दिया है कि बातचीत के दरवाजे खुले हैं और सहमति बन सकती है। लेकिन उन्होंाने यह भी कहा कि कांग्रेस खुद नहीं चाहती कि प्रणब राष्ट्रापति बनें। यदि राष्ट्र पति बनाना होता तो अकेले प्रणब मुखर्जी का नाम लेते। उन्होंलने कहा कि हम किसी के नाम पर अड़े नहीं हैं। सपा नेता ने कहा कि ममता से बातचीत के बाद ही कोई फैसला लेंगे। उन्हों ने यह भी कहा कि गुपचुप बात करना मुलायम सिंह यादव का चरित्र नहीं है। वहीं, कांग्रेस के सूत्रों के हवाले से खबर है कि ममता बनर्जी और मुलायम सिंह यादव अपना फैसला दुरुस्त कर लेंगे। ये दोनों फैसले दुरुस्त करने वाले नेता हैं।
इससे पहले, ममता बनर्जी पर लग रहे मर्यादा उल्लंघन के आरोप को खारिज करते हुए तृणमूल कांग्रेस ने गुरुवार को कहा कि दीदी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की सहमति से ही राष्ट्रपति पद के उसके दो उम्मीदवारों के नामों का खुलासा किया। तृणमूल के सांसद कुनाल घोष ने कहा कि सोनिया गांधी से बुधवार को मिलने के बाद ममताजी ने सोनिया से पूछा था कि मीडिया राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों के बारे में यदि उनसे सवाल करता है तो क्या वह प्रणब मुखर्जी और हामिद अंसारी का नाम ले लेंगी। इस पर सोनिया ने उन्हें पूरी सहमति दी।
घोष ने कहा कि ममता ने किसी मर्यादा का उल्लंघन नहीं किया है क्योंकि सोनिया यह अच्छी तरह जानती थीं कि ममता बाहर निकलते ही उम्मीदवारों के नामों की घोषणा करेंगी।
ज्ञात हो कि कि ममता और मुलायम ने बुधवार को एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, एपीजे अब्दुल कलाम और सोमनाथ चटर्जी का नाम आगे किया। मुलायम सिंह से मुलाकात से पहले ममता ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिली थीं और ममता ने संवाददाता सम्मेलन में राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी के लिए सोनिया द्वारा सुझाए गए दो नामों-वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी और उप-राष्ट्रपति हामिद अंसारी को सार्वजनिक कर दिया। सूत्रों ने बताया कि ममता के इस इस रवैये ने कांग्रेस को नाराज कर दिया।
ममता के इस रुख पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस प्रवक्ता जनार्दन दिवेदी ने कहा कि ममता ने मर्यादा का उल्लंघन कया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ममता और मुलायम की ओर से सुझाए गए तीनों नाम खारिज करती है। कांग्रेस ने स्पष्ट रूप से कहा कि मनमोहन सिंह 2014 तक प्रधानमंत्री बने रहेंगे।
First Published: Thursday, June 14, 2012, 18:26