Last Updated: Friday, October 12, 2012, 17:14
नई दिल्ली : भाजपा के वरिष्ठ नेताओं सुषमा स्वराज और अरुण जेटली ने बढ़ती मंहगाई पर काबू नहीं पाने के लिए सरकार के खिलाफ यहां जंतर मंतर पर धरना दिया और संप्रग शासन को आजाद भारत की अब तक की सबसे भ्रष्ट सरकार करार दिया।
राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली ने मनमोहन सिंह सरकार को जनता के प्रति असंवेदनशील बताते हुए आरोप लगाया कि इस सरकार ने समाज के किसी भी वर्ग को नहीं बख्शा है और दुकानदार से लेकर गृहिणी तक हर कोई परेशानहाल है। उन्होंने कहा, ‘इस सरकार में केवल कांग्रेस के लोग लहलहाते भ्रष्टाचार की फसल काटकर मालामाल हो रहे हैं।’ सिंह को आड़े हाथों लेते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कहते हैं कि पैसा पेड़ पर नहीं उगता। हम भी यह बात जानते हैं, लेकिन इस देश की जनता प्रधानमंत्री को यह सबक भी सिखाएगी कि अगर पैसे पेड़ पर नहीं फलते हैं तो वोट भी पेड़ पर नहीं लगते हैं।
लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने कहा कि मनमोहन सिंह की सरकार ‘त्रिलोकी भ्रष्टाचार’ में लिप्त है। जमीन, आसमान और जमीन के भीतर हर जगह भ्रष्टाचार का कारोबार हो रहा है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रमंडल खेल घोटाला जमीन पर, 2जी स्पेक्ट्रम घोटाला आसमान में और कोयला घोटाला जमीन के अंदर हुआ। संप्रग शासन को डूबता जहाज बताते हुए उन्होंने कहा कि इसके सहयोगी दल इसे छोड़ना शुरू कर रहे हैं और अगले महीने से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र के बाद मनमोहन सिंह सरकार चलने वाली नहीं है। (एजेंसी)
First Published: Friday, October 12, 2012, 17:14