Last Updated: Saturday, May 4, 2013, 18:32
ज़ी मीडिया ब्यूरोनई दिल्ली : देश की सबसे प्रतिष्ठित सेवा संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा- 2012 के अंतिम रिजल्ट घोषित कर दिए गए हैं। लगातार तीसरे साल यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में महिला उम्मीदवार ने पहला स्थान हासिल करने में सफलता पाई है। इस बार केरल की हरिता वी कुमार को पहला स्थान हासिल हुआ है।
यूपीएससी की ओर से घोषित नतीजों के मुताबिक, साल 2011 बैच की भारतीय राजस्व सेवा (सीमा शुल्क एवं केंद्रीय उत्पाद) की प्रशिक्षु अधिकारी हरिता वी कुमार को सिविल सेवा परीक्षा- 2012 में पहला स्थान मिला है। इतना ही नहीं, सामान्य, अनुसूचित जनजाति (एसटी) एवं अनुसूचित जाति (एससी) श्रेणियों में भी महिला उम्मीदवारों ने ही पहला स्थान प्राप्त किया है।
राष्ट्रीय सीमा-शुल्क, उत्पाद एवं नारकोटिक्स अकादमी (एनएसीईएन) में प्रशिक्षणरत हरिता ने केरल विश्वविद्यालय से बी.टेक (इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन) की डिग्री ली है। हरिता ने अपने चौथे प्रयास में यह कामयाबी हासिल की। वी श्रीराम और स्तुति चरण को क्रमश: दूसरा और तीसरा स्थान मिला है।
केरल विश्वविद्यालय से एमबीबीएस डिग्रीधारी श्रीराम ने अपने दूसरे प्रयास में यह सफलता हासिल की । स्तुति ने जोधपुर विश्वविद्यालय से बीएससी और दिल्ली स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ प्लानिंग एंड मैनेजमेंट (आईआईपीएम) से कार्मिक एवं विपणन प्रबंधन में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा हासिल किया है। यह स्तुति का तीसरा प्रयास था।
एम्स से एमबीबीएस डिग्री प्राप्त शेना अग्रवाल ने सिविल सेवा परीक्षा- 2011 जबकि कानून की डिग्री हासिल कर चुकी चेन्नई की एस दिव्यदर्शिनी ने सिविल सेवा परीक्षा- 2010 में पहला स्थान प्राप्त किया था।
केंद्रीय कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि लगभग 998 उम्मीदवार (753 पुरूष एवं 245 महिलाएं) भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस), भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) और भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) सहित कई अन्य केंद्रीय सेवाओं में नियुक्ति के लिए चुने गए हैं ।
बयान के मुताबिक, 998 सफल उम्मीदवारों में 457 सामान्य (जिसमें 23 शारीरिक रूप से अशक्त) श्रेणी, 295 अन्य पिछड़ा वर्ग (जिसमें 9 शारीरिक तौर पर अशक्त) श्रेणी, 169 अनुसूचित जाति (जिसमें दो शारीरिक रूप से अशक्त) श्रेणी और 77 अनुसूचित जनजाति श्रेणी से हैं।
जब यूपीएससी ने सिविल सेवा परीक्षा - 2012 की अधिसूचना जारी की थी तो उसमें 1,091 पदों का विज्ञापन दिया गया था । उन 1,091 पदों में 550 सामान्य, 295 अन्य पिछड़ा वर्ग, 169 अनुसूचित जाति एवं 77 अनुसूचित जनजाति के लिए थे। बयान में कहा गया, ‘‘शीर्ष 25 उम्मीदवारों में 12 राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों के निवासी हैं । इनमें आंध्र प्रदेश, बिहार, चंडीगढ़, दिल्ली, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, कर्नाटक, केरल, महाराष्ट्र, राजस्थान, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश के उम्मीदवार हैं।’’ शीर्ष 25 उम्मीदवारों की पारिवारिक पृष्ठभूमि भी काफी अलग-अलग है। किसी के माता-पिता किसान हैं तो किसी के माता-पिता शिक्षक, व्यापारी, सरकारी कर्मी, डॉक्टर, वकील, प्रोफेसर या सिविल सेवक हैं । इनमें छह ने पहले प्रयास, नौ ने दूसरे प्रयास, आठ ने तीसरे, और एक-एक ने चौथे और छठे प्रयास में सफलता प्राप्त की।
First Published: Saturday, May 4, 2013, 10:31