Last Updated: Saturday, July 7, 2012, 23:09

नई दिल्ली : कर्नाटक में मुख्यमंत्री सदानंद गौड़ा को हटाने की बीएस येदियुरप्पा की मांग को भाजपा को मानना पड़ा और अब जगदीश शेट्टर राज्य के नये मुख्यमंत्री होंगे। प्रदेश में 11 महीने में दूसरी बार नेतृत्व परिवर्तन होने जा रहा है।
सूत्रों ने कहा कि गौड़ा रविवार को सीएम पद छोड़ सकते हैं, जिससे प्रदेश के ग्रामीण विकास मंत्री और 56 वर्षीय लिंगायत नेता शेट्टर के मुख्यमंत्री पद पर पहुंचने का रास्ता साफ हो जाएगा।
आज हुई कई बैठकों के बाद हुए फैसले के अनुसार के एस ईश्वरप्पा और आर अशोक को उप मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। गौड़ा कर्नाटक में भाजपा के नये प्रदेश अध्यक्ष हो सकते हैं।
भाजपा के कोर समूह और संसदीय बोर्ड की बैठक में गौड़ा की जगह येदियुरप्पा के करीबी सहयोगी शेट्टर को लाने का फैसला किया गया।
59 वर्षीय गौड़ा ने लालकृष्ण आडवाणी, सुषमा स्वराज और अरुण जेटली समेत भाजपा नेताओं से लंबी बातचीत की और पद छोड़ने पर सहमति जता दी।
वह रविवार को पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी से मुलाकात करेंगे, जिसके बाद फैसले की घोषणा की जाएगी। जेटली ने कहा कि ढाई घंटे से अधिक समय तक चली बैठक में राज्य के पूरे राजनीतिक हालात पर चर्चा की गयी।
उन्होंने कहा, पार्टी के कोर समूह और संसदीय बोर्ड ने जो चर्चा की और फैसला किया, उसे मुख्यमंत्री की पार्टी अध्यक्ष से मुलाकात के बाद कल सुबह घोषित किया जाएगा। कर्नाटक एक मात्र दक्षिणी राज्य है जहां भाजपा की सरकार है और चार साल के भीतर यहां शेट्टर तीसरे मुख्यमंत्री होंगे।
11 महीने पहले येदियुरप्पा को भ्रष्टाचार के आरोपों में पद छोड़ना पड़ा था, जिसके बाद गौड़ा ने कमान संभाली। उन्होंने कहा कि पार्टी आला कमान जब कहे वह पद छोड़ने के लिए तैयार हैं।
गौड़ा ने शनिवार को बेंगलूर से यहां पहुंचने के बाद कहा, मैं कह चुका हूं कि केंद्रीय नेतृत्व जो भी फैसला ले मैं उसे स्वीकार करने के लिए तैयार हूं। इसका मतलब है कि यदि वे मुझसे पद छोड़ने के लिए कहते हैं तो मैं तैयार हूं। यदि वे मुझे बने रहने के लिए कहते हैं तो मैं बना रहूंगा। खुद को हटाये जाने के फैसले से अविचलित दिख रहे मुख्यमंत्री ने कहा कि वह अपने अच्छे मित्र शेट्टर को पूरा सहयोग देंगे।
उन्होंने कहा, शेट्टर मेरे बहुत अच्छे मित्र हैं। वह बहुत वरिष्ठ और अधिक अनुभवी हैं। मैं उन्हें हमेशा पूरा सहयोग दूंगा और यदि मैं बेहतरी के लिए कोई सुझाव देना चाहूंगा तो मैं उनसे निजी तौर पर मिलकर अपने सुझाव दूंगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने राज्य में भ्रष्टाचार मुक्त शासन के लिए कड़ी मेहनत की है।
गौड़ा ने कहा, मेरा मकसद है कि हम सभी को एक रहना चाहिए और अगले विधानसभा चुनावों में पार्टी की जीत सुनिश्चित करनी चाहिए। कुल मिलाकर पार्टी महत्वपूर्ण है, संगठन महत्वपूर्ण है।
क्या गौड़ा कर्नाटक भाजपा के अध्यक्ष बन सकते हैं, इस पर उन्होंने कहा, ‘‘मेरी कोई महत्वाकांक्षा नहीं है। मैं कोई पद नहीं मांगूंगा। मैं साधारण कार्यकर्ता की तरह रहना चाहूंगा। पार्टी ने मुझे सबकुछ दिया है। पार्टी ने मुझे मुख्यमंत्री का पद दिया, जिसकी मैंने मांग नहीं की थी।
इससे पहले गौड़ा ने यह भी कहा कि नेतृत्व को लेकर फैसले में देरी नहीं होनी चाहिए क्योंकि प्रदेश में सूखा के हालात हैं। उधर कांग्रेस ने कहा कि नेतृत्व परिवर्तन से कुछ हासिल नहीं होगा और नये सिरे से चुनाव होने चाहिए। (एजेंसी)
First Published: Saturday, July 7, 2012, 23:09