Last Updated: Friday, December 9, 2011, 16:23
नई दिल्ली : भारत और चीन वार्षिक रक्षा संवाद (एडीडी) के चौथे चक्र में बेहतर आपसी समझ एवं परस्पर विश्वास के लिए रक्षा आदान-प्रदान बढ़ाने और संवाद पर आज सहमत हुए। दोनों पक्षों ने सीमांत क्षेत्रों में शांति बरकरार रखने के लिए वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर परस्पर विश्वास निर्माण के क्रियान्वयन के लिए 2005 के प्रोटोकोल के प्रावधानों पर सख्ती से अमल करने पर सहमत हुए।
रक्षा मंत्रालय अधिकारियों ने कहा, ‘भारत ने इस संबंध में चीन को कुछ सुझाव दिए जिनपर गौर करने पर चीनी पक्ष ने सहमति दी।’ रक्षा मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने यहां बताया कि विभिन्न स्तरों पर आदान-प्रदान और आवागमन का दायरा और गुंजाइश बढ़ाने पर सहमति देते हुए चीन इस माह के अंत में अपना एक सैन्य शिष्टमंडल भारत भेजेगा। इसके बाद भारत जनवरी 2012 में अपना शिष्टमंडल भेजेगा।
करीब तीन घंटे तक चली वार्ता में चीन के छह सदस्यीय शिष्टमंडल का नेतृत्व चीन के डिप्टी चीफ ऑफ जनरल स्टाफ जनरल मा शियोतियान ने की जबकि भारत का प्रतिनिधित्व रक्षा सचिव शशिकांत शर्मा ने किया। वार्ता में दोनों देशों से सरोकार रखने वाले मुद्दों की व्यापक श्रृंखला पर चर्चा की गई। वार्ता के बाद चीनी शिष्टमंडल ने रक्षा मंत्रालय ए.के. एंटनी से मुलाकात की। एंटनी ने दोनों पक्षों के बीच सकारात्मक एवं रचनात्मक चर्चा पर संतोष जताया।
(एजेंसी)
First Published: Friday, December 9, 2011, 21:57