राजग में लौटने से चंद्रबाबू नायडू को कोई ऐतराज नहीं

राजग में लौटने से चंद्रबाबू नायडू को कोई ऐतराज नहीं

राजग में लौटने से चंद्रबाबू नायडू को कोई ऐतराज नहींनई दिल्ली : तेदेपा अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू ने अपनी पार्टी के भाजपा के करीब आने की अटकलों के बीच रविवार को राजग में वापसी से इंकार नहीं किया। नायडू ने कहा कि कांग्रेस के शासन में देश संकट में है और जब भी ऐसी स्थिति आई है उनकी पार्टी ने ‘सकारात्मक भूमिका’ निभाई है।

तेदेपा नेता ने कल भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह से मुलाकात की थी। उनका राष्ट्रीय राजधानी का दो दिवसीय दौरा आज समाप्त हो गया। उन्होंने हालांकि कहा कि यह समय राजनीति पर चर्चा करने का नहीं है क्योंकि आंध्रप्रदेश विपत्ति में है और संप्रग सरकार राज्य के विभाजन के मुद्दे को कांग्रेस के ‘अंदरूनी मामले’ की तरह देख रही है।

पूर्व राजग समन्वयक ने कहा, ‘राष्ट्र संकट में है। हमारा राज्य विपत्ति में है। आर्थिक सुधारक होने के नाते मैंने (आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर) आर्थिक सुधार शुरू किए थे। तब अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री थे। आज निराशा की स्थिति है। अर्थव्यवस्था पूरी तरह ठप हो चुकी है। कोई सड़कें नहीं, रोजगार नहीं। जब भी संकट आया है, तेदेपा ने हमेशा ही सकारात्मक भूमिका निभाई है।’ नायडू ने कहा, ‘अब फिर हमें सकारात्मक भूमिका निभानी है।’

क्या नायडू वर्ष 2014 के लोकसभा चुनावों के बाद राजग या तीसरा मोर्चा के समन्वयक होंगे। इस पर तेदेपा अध्यक्ष का जवाब था, ‘यह समय राजनीति पर चर्चा करने का नहीं है। यहां राष्ट्रीय संकट है। मैंने कई बार राष्ट्रीय राजनीति में सकारात्मक भूमिका निभाई है।’ उन्होंने कहा कि आंध्रप्रदेश का वर्तमान संकट दूर होने के बाद तेदेपा राष्ट्रीय मंच पर सकारात्मक राजनीति करेगी।

बहरहाल, उन्होंने इस सवाल का जवाब नहीं दिया कि क्या उनकी पार्टी प्रधानमंत्री के तौर पर नरेंद्र मोदी का समर्थन करेगी। नायडू का बयान इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि राजग का विस्तार करने के प्रयास में भाजपा चुनाव पूर्व एवं चुनाव पश्चात गठबंधनों के लिए सहयोगियों की तलाश में है।

तेदेपा अध्यक्ष और भाजपा प्रमुख ने कल यहां सिंह के आवास पर करीब एक घंटे तक मुलाकात की। उन्होने भाकपा नेता ए बी बर्धन और जदयू के शरद यादव से आज मुलाकात की। उन्होंने कहा कि उन्होंने इन नेताओं को पृथक तेलंगाना राज्य बनाने की घोषणा के बाद आंध्रप्रदेश में उत्पन्न हालात के बारे में बताया। उन्होंने कल माकपा महासचिव प्रकाश करात से मुलाकात की थी।

नायडू ने पहले पृथक तेलंगाना का समर्थन किया था लेकिन बाद में उन्होंने अपना रूख बदल लिया। इस बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, ‘मैंने जनता की राय का समर्थन किया है।’ तेदेपा नेता ने राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी से मुलाकात कर आंध्रप्रदेश के विभाजन की समस्या का एक स्वीकार्य हल निकालने का भी आग्रह किया। (एजेंसी)

First Published: Sunday, September 22, 2013, 22:47

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