Last Updated: Friday, November 2, 2012, 12:40

मेलबर्न : पश्चिम बंगाल के राज्यपाल एमके नारायणन ने एक पूर्व सीबीआई अधिकारी के इस दावे को खारिज कर दिया कि आईबी के प्रमुख के पद पर रहते हुए नारायणन ने वह वीडियो कथित तौर पर दबा दिया था जिसमें श्रीपेरूम्बुदूर में 21 मई 1991 को सार्वजनिक सभा में राजीव गांधी की हत्यारिन धनु को दिखाया गया था। श्रीपेरुम्बुदूर में 21 मई 1991 को राजीव गांधी की हत्या कर दी गई थी।
ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर आए नारायणन ने कहा कि मैं नहीं जानता, मेरे विचार से वह अपनी किताब बेचना चाहते हैं। नारायणन की प्रतिक्रिया, के रागोतमन द्वारा अपनी किताब ‘कॉन्सपिरेसी टू किल राजीव गांधी: फ्रॉम सीबीआई फाइल्स’ में इस संबंध में किए गए दावे पर पूछे गए सवाल के जवाब में आई।
रागोतमन ने किताब में कहा है कि तब नारायणन आईबी के प्रमुख थे और उन्होंने राजीव की हत्या से संबंधित वीडियो दबा दिया था। यह वीडियो 21 मई को राजीव की सभा के आयोजकों द्वारा भाड़े पर लिए एक स्थानीय वीडियोग्राफर ने शूट किया था।
राजीव गांधी हत्याकांड मामले की जांच कर चुके रागोतमन ने आरोप लगाया है कि विशेष जांच दल के तत्कालीन प्रमुख डी आर कार्तिकेयन ने वीडियो को गंभीरता से नहीं लिया और नारायणन को अपने तरीके से काम करने की अनुमति दे दी। नारायणन ने कल रात कहा कि पूरी जांच हुई थी और काम पूरा भी हो गया। किताब में जो लिखा है वह नया नहीं है। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल नारायणन ऑस्ट्रेलिया इंडिया इन्स्टीट्यूट (एआईआई) द्वारा आयोजित एक रात्रि भोज समारोह में भाग ले रहे थे। यह आयोजन एआईआई की सालाना बैठक के भाग के तौर पर आयोजित किया गया था। (एजेंसी)
First Published: Friday, November 2, 2012, 12:40