`राज्यसभा के लिए 5वीं बार चुना जाना गौरव की बात`

`राज्यसभा के लिए 5वीं बार चुना जाना गौरव की बात`

`राज्यसभा के लिए 5वीं बार चुना जाना गौरव की बात`नई दिल्ली/गुवाहाटी: प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने गुरुवार को असम में राज्यसभा की दो सीटों के लिए हुए चुनाव में लगातार पांचवीं बार निर्वाचित होने को सम्मान की बात करार देते हुए उत्तर पूर्वी राज्य के और विकास का वादा किया। थाइलैंड की यात्रा पर गए प्रधानमंत्री ने नई दिल्ली में जारी एक बयान में कहा है, यह मेरे लिए सम्मान की बात है कि असम के लोगों ने राज्य विधानसभा में अपने चुने हुए प्रतिनिधियों के माध्यम से मुझे अपनी सेवा का एक और मौका प्रदान किया है।

उन्होंने कहा है, मैं 1991 से ही असम का राज्य सभा में प्रतिनिधित्व कर रहा हूं और इस दौरान मैंने अपनी क्षमता का इस्तेमाल राज्य के विकास और समृद्धि के लिए लगातार प्रयास किया है। मैं दृढतापूर्वक कहना चाहूंगा कि भविष्य में भी मैं अपना यह प्रयास जारी रखूंगा।

ज्ञात हो कि संसद के उच्च सदन के लिए गुरुवार को हुए मतदान में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के अलावा कांग्रेस के एक अन्य उम्मीदवार सांतिउसे कुजूर निर्वाचित घोषित किए गए। कुजूर पहली बार राज्यसभा के लिए चुने गए हैं।

असम में दो राज्यसभा सीटों के लिए तीन उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे। मनमोहन सिंह और कुजूर के अलावा ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) के अमीनुल इस्लाम तीसरे प्रत्याशी थे।

कुजूर ने कहा, अपने सहयोगियों का समर्थन पाकर मैं बेहद खुश हूं। मैं अपनी जीत पर कांग्रेस के सभी सदस्यों को धन्यवाद देता हूं।

कुजूर ने कहा कि कुल 112 मत डाले गए जिसमें 49 विधायकों ने मनमोहन सिंह के पक्ष में जबकि 45 ने उनके पक्ष में मतदान किया। उन्होंने बताया कि इस्लाम को केवल 18 मत मिले।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और असम गण परिषद (अगप) जिनके क्रमश: पांच और नौ विधायक हैं, ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया। अगप और भाजपा के मतदान से अलग रहने का फैसला लेने के बाद कांग्रेस को अपने दोनों प्रत्याशियों को राज्यसभा में भेजने के लिए हर एक को 38 मतों की जरूरत रह गई थी।

मनमोहन सिंह और राज्यसभा में अगप के सदस्य कुमार दीपक दास का मौजूदा कार्यकाल 14 जून को समाप्त हो रहा है। मनमोहन सिंह ने 15 मई को अपना नामांकन पत्र दाखिल कराया था।

प्रधानमंत्री 1991 से लगातार असम से राज्यसभा के सदस्य चुने जाते रहे हैं। 1991 में देश के वित्तमंत्री बनने के बाद असम के पूर्व मुख्यमंत्री हितेश्वर सैकिया ने राज्य से राज्यसभा की सीट देने की पेशकश की थी। सैकिया ने गुवाहाटी के सारुमोटोरिया इलाके में स्थित अपने मकान में प्रधानमंत्री को किराएदार भी बनाया। (एजेंसी)

First Published: Friday, May 31, 2013, 09:00

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